बिहार में सत्ताधारी एनडीए ने जोरदार और ऐतिहासिक जीत दर्ज की है। एनडीए गठबंधन ने 243 में से 202 सीटें जीतीं और 46.6% वोट शेयर हासिल किया। यह नतीजा सभी एग्जिट पोल से बेहतर रहा। इस उसका बाजार के प्रदर्शन पर भी देखने की मिल रहा है। शुक्रवार को सेंसेक्स 84 अंक और निफ्टी 30.90 अंक चढ़कर बंद हुआ। सोमवार को भी बाजार में मजबूती बनी हुई है। प्रमुख बेंचमार्क इंडेक्स करीब 0.5 फीसदी चढ़कर बंद हुए।
ब्रोकरेज हॉउस मोतीलाल ओसवाल (Motilal Oswal) के अनुसार, एनडीए की यह बड़ी जीत शॉर्ट टर्म में बाजार के सेंटीमेंट्स पर पॉजिटिव असर डाल सकती है। ब्रोकरेज ने सोमवार को जारी अपनी रिपोर्ट में यह बात कही है।
ब्रोकरेज ने कहा कि हम भारतीय इक्विटीज पर अपना सकारात्मक नजरिया बनाए हुए हैं। इसके पीछे बेहतर अर्निंग्स ट्रेंड, उचित वैल्यूएशन, पॉलिसी के मोर्चे पर सरकार का सक्रिय रुख, मजबूत मैक्रो संकेतक, भू-राजनीतिक तनाव में संभावित कमी और एफआईआई बिकवाली के थमने की उम्मीद जैसे कारण शामिल हैं।
एनालिस्ट्स का मानना है कि यह नतीजा भारतीय राजनीति में एनडीए की पकड़ को और मजबूत करता है। साथ ही बाजार के सेंटीमेंट्स को बढ़ावा देगा। उन्होंने कहा कि इन नतीजों से यह साफ होता है कि केंद्र सरकार अपनी नीतिगत दिशा पर लगातार आगे बढ़ सकती है और जरूरत के अनुसार आर्थिक परिस्थितियों के मुताबिक नीतियों में लचीलापन ला सकती है। इससे जोखिम वाले एसेट्स को सहारा मिलेगा।
ब्रोकरेज के अनुसार, बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजों का राज्य की जनता और अर्थव्यवस्था पर लंबे समय में महत्वपूर्ण सामाजिक-आर्थिक और राजनीतिक प्रभाव पड़ेगा।
रिपोर्ट में कहा गया है कि शॉर्ट टर्म में बाजार इस नतीजे को नीतिगत स्थिरता और सकारात्मक भावना के तौर पर देखेगा। इससे एनडीए सरकार को विकास पर फोकस एजेंडा आगे बढ़ाने में और आजादी के साथ लचीलापन मिलेगा।
ब्रोकरेज ने यह भी कहा कि यह नतीजा ‘डबल इंजन’ शासन मॉडल को और मजबूत करता है। इसमें केंद्र और राज्य की एनडीए सरकारें साथ मिलकर काम करती हैं और किसी टकराव के बिना विकास को आगे बढ़ाती हैं।
ब्रोकरेज ने कहा कि 2024 के आम चुनावों के बाद एनडीए की मजबूती को लेकर जो शुरुआती आशंका थीं, वे महाराष्ट्र, हरियाणा और दिल्ली के विधानसभा चुनावों में अच्छे प्रदर्शन से काफी हद तक शांत हो गई थीं। अब बिहार के परिणाम इक्विटी बाजार की भावना को और मजबूत करेंगे।
खास बात यह है कि यह नतीजे ऐसे समय आए हैं जब बाजार पहले से कई पॉजिटिव संकेत देख रहा था। आरबीआई और केंद्र सरकार ने हाल ही में कई सुधार और ग्रोथ बढ़ाने वाले कदम उठाए हैं। अर्निंग्स का माहौल भी बेहतर हो रहा है और मांग बढ़ाने पर फोकस है। पिछले एक साल में भारतीय बाजार कमजोर रहे हैं। सितंबर 2024 से निफ्टी 1% नीचे है। जबकि MSCI EM 20% ऊपर गया है। इस दौरान एफआईआई ने भी बड़े पैमाने पर बिकवाली की है। उन्होंने 27.7 अरब डॉलर के शेयर बेचें। हमारे अनुसार, ये सभी फैक्टर मिलकर भारतीय बाजार में एक स्थिर अपट्रेंड की संभावना बढ़ाते हैं।
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ब्रोकरेज ने कहा कि सत्ताधारी एनडीए ने बिहार में ऐतिहासिक जीत दर्ज की है। 243 में से 202 सीटें जीतकर, जो 2020 में हासिल 125 सीटों से बड़ी उछाल है। एनडीए का वोट शेयर भी 2020 के 37.3% से बढ़कर 46.6% हो गया है। यह नतीजा भारतीय राजनीति में एनडीए की मजबूती को और स्पष्ट करता है और बाजार की नीतिगत स्थिरता की उम्मीदों को बढ़ाता है। केंद्र और राज्य में ‘डबल इंजन सरकार’ का मॉडल विकास के लिए फायदेमंद माना जाता है।
ब्रोकरेज के अनुसार, ब्रांड मोदी का प्रभाव बरकरार है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विकास और सुशासन आधारित चुनावी नैरेटिव को आकार देने में अहम भूमिका निभाई।