शेयर बाजार

Closing Bell: इन 4 बड़ी वजहों से लगातार पांचवें दिन बाजार में तेजी, सेंसेक्स 557 अंक उछला; निफ्टी 23,350 पर बंद

एफआईआई ने गुरुवार को 3,239.14 करोड़ रुपये मूल्य के भारतीय शेयर खरीदे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों ने सत्र के दौरान 3,136.02 करोड़ रुपये मूल्य के भारतीय शेयर बेचे।

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जतिन भूटानी   
Last Updated- March 21, 2025 | 3:49 PM IST

Share Market Closing Bell: वैश्विक बाजारों में गिरावट के बावजूद घरेलू शेयर बाजार सप्ताह के आखिरी ट्रेडिंग सेशन यानी शुक्रवार (21 मार्च) को जोरदार तेजी के साथ बंद हुए। यह लगातार पांचवां ट्रेडिंग सेशन भी है जब हरे निशान में बंद होने में कामयाब रहा।

आकर्षक वैल्यूएशन और आर्थिक सुधार के संकेतों के बीच विदेशी निवेशकों (FIIs) की भारतीय बाजारों में खरीदारी से प्रमुख बेंचमार्क इंडेक्स निफ्टी50 और सेंसेक्स को समर्थन मिला।

तीस शेयरों वाल बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) आज लगभग 200 अंक की गिरावट लेकर 76,155 पर खुला। हालांकि, कारोबार के दौरान यह 77,041.94 अंक तक चला गया था। अंत में सेंसेक्स 557.45 अंक या 0.73% की जोरदार तेजी के साथ 76,905 पर बंद हुआ।

इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी50 भी 23,168.25 अंक पर लाल निशान में खुला। हालांकि, बाद में यह भी हरे निशान में लौट आया। अंत में इंडेक्स 159.75 या 0.69% की बढ़त के साथ 23,350 पर क्लोज हुआ।

टॉप गेनर्स

सेंसेक्स की कंपनियों में बजाज फाइनेंस का शेयर सबसे ज्यादा चढ़ गया। सन फार्मा, अदाणी पोर्ट्स, कोटक बैंक, पावर ग्रिड, नेस्ले इंडिया, एलएंडटी, टेक महिंद्रा, आईसीआईसीआई बैंक, मारुति, महिंद्रा एन्ड महिंद्रा, टाटा मोटर्स प्रमुख से हरे निशान में कारोबार कर रहे थे।

टॉप लूजर्स

दूसरी तरफ, इन्फोसिस, टाइटन, जोमैटो, टेक महिंद्रा, एयरटेल, अल्ट्रा सीमेंट और हिंदुस्तान यूनिलीवर के शेयर गिरावट में चल रहे थे।

आज भारतीय शेयर बाजारों में तेजी आने के प्रमुख कारण;

1. FIIs की वापसी

इस साल रिकॉर्ड स्तर पर बिकवाली करने वाले विदेशी निवेशक (FIIs) इस सप्ताह मंगलवार और गुरुवार के ट्रेडिंग सेशन में बाजार में शुद्ध खरीदार रहे। एफआईआई ने मंगलवार को ₹1,462 करोड़ के शेयर खरीदे और गुरुवार को उन्होंने ₹3,239 करोड़ के शेयर खरीदे। विदेशी निवेशकों ने घरेलू बाजारों से 2025 में अब तक 1.4 लाख करोड़ रुपये की वैल्यू वाले शेयर बेचे हैं। हालांकि, घरेलू निवेशक साल के दौरान हर गिरावट पर खरीदारी करने के लिए लचीले बने रहे।

2. आकर्षक वैल्यूएशन

बाजार में गिरावट के दौरान शेयरों के वैल्यूएशन में उनके शीर्ष स्तर से गिरावट देखी गई। निफ्टी 50 पिछले साल सितंबर में अपने शीर्ष 23.8 गुना से नीचे… 19 गुना के वैल्यू-से-इनकम (पी/ई अनुपात) पर कारोबार कर रहा है। निफ्टी ऑटो और निफ्टी एफएमसीजी इंडेक्स का पीई भी अपने शीर्ष 29 गुना और 47 गुना से गिरकर क्रमशः 20 गुना और 37 गुना पर आ गया है। इस बीच, निफ्टी बैंक अपने शीर्ष 2.2 गुना से नीचे, 2 गुना मूल्य-से-पुस्तक (पी/बी अनुपात) पर कारोबार कर रहा है।

3. आर्थिक वृद्धि में सुधार

फरवरी में भारत की रिटेल इन्फ्लेशन सात महीने के निचले स्तर 3.61 प्रतिशत पर आ गई। इससे रेपो दर में कटौती की उम्मीद बढ़ गई है। इस बीच, जनवरी के लिए औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) के आंकड़ों से पता चलता है कि फैक्ट्री उत्पादन वृद्धि दिसंबर में 3.54 प्रतिशत से बढ़कर आठ महीने के उच्च स्तर 5.01 प्रतिशत पर पहुंच गई।

4. फेड बैठक के बाद वैश्विक स्तर पर तेजी:

सप्ताह के दौरान भारतीय बाजार को भी वैश्विक स्तर पर अन्य बाजारों में तेजी से सपोर्ट मिला। अमेरिकी फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल के साल 2025 दौरान और अधिक ब्याज दरों में कटौती के संकेत दिए जाने के बाद वैश्विक बाजारों शेयरों में तेजी आई।

गुरुवार को कैसी थी बाजार की चाल?

एफआईआई ने गुरुवार को 3,239.14 करोड़ रुपये मूल्य के भारतीय शेयर खरीदे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों ने सत्र के दौरान 3,136.02 करोड़ रुपये मूल्य के भारतीय शेयर बेचे।

पिछले ट्रेडिंग सेशन में बाजार में जोरदार तेजी दर्ज की गई। बीएसई सेंसेक्स 1.19 फीसदी चढ़कर 76,348.06 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 1.24 फीसदी बढ़कर 23,190.65 पर बंद हुआ था।

First Published : March 21, 2025 | 7:47 AM IST