Stock Market Closing Bell, 26 March: घरेलू शेयर बाजारों में पिछले आठ ट्रेडिंग सेशन से जारी तेजी का सिलसिला बुधवार (26 मार्च) को थम गया। दोनों बेंचमार्क इंडेक्स निफ्टी50 और सेंसेक्स गिरावट में बंद हुए। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप की ट्रेड पॉलिसी को लेकर अनिश्चिताओं के बीच निवेशकों ने मुनाफावसूली को प्राथमिकता दी।
तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) आज मामूली वृद्धि के साथ 78,021.45 अंक पर ओपन हुआ। कारोबार के दौरानं यह 77,194 अंक के नीचले स्तर तक फिसल गया था। अंत में सेंसेक्स 728.69 अंक या 0.93% की गिरावट लेकर 77,288.50 पर बंद हुआ।
इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी50 भी लगभग सपाट रहते हुए 23,700 पर खुला। कारोबार के दौरान यह 23,451.70 अंक के नीचेल और 23,736 के हाई लेवल तक गया। अंत में निफ़्टी 181.80 अंक या 0.77% गिरकर 23,486.85 पर बंद हुआ।
इंडसइंड बैंक, पावर ग्रिड कॉर्प, टाइटन कंपनी और महिंद्रा एंड महिंद्रा को छोड़कर बीएसई सेंसेक्स के अन्य सभी 26 शेयर बुधवार को 3.45 प्रतिशत तक के नुकसान के साथ लाल निशान पर बंद हुए।
*अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप (Donald Trump) की ट्रेड पॉलिसी को लेकर अनिश्चिताओं के बीच निवेशकों ने आज के कारोबार में मुनाफावसूली को प्राथमिकता दी।
*इसके अलावा भारतीय कंपनियों के मार्च तिमाही के नतीजों को लेकर नए अपडेट भी आए है। इनमें Q4F25 में कुछ कंपनियों के नतीजे नरम रहने का अनुमान जताया गया है।
*एक अन्य कारक यह चिंता है कि ‘चीन में खरीदें, भारत बेचें’ का ट्रेंड फिर से उभर सकता है। इससे विदेशी निवेशक चीनी शेयरों के सस्ते वैल्यूएशन के कारण फिर से भारतीय इक्विटी बेचना शुरू कर सकते हैं।
–जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड में रिसर्च प्रमुख विनोद नायर के अनुसार, अगले सप्ताह अमेरिका द्वारा टैरिफ की घोषणा के बाद हाल ही में हुई बढ़त के बाद बाजार में मुनाफावसूली देखी गई। फार्मा और आईटी जैसे अमेरिकी बाजार में अधिक निवेश वाले क्षेत्रों में कुछ बिकवाली का दबाव देखा गया। ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंधों और अमेरिकी कच्चे तेल के भंडार में कमी की आशंका के कारण तेल की कीमतों में तेजी आई।
उन्होंने कहा कि एफआईआई इनफ्लो की शुरुआत, घरेलू बुनियादी बातों में सुधार और अनुकूल वैल्यूएशन के साथ बाजार में अधिक स्थिरता के साथ कारोबार होने की उम्मीद है।
निफ्टी ऑटो इंडेक्स को छोड़कर एनएसई पर सभी सेक्टोरल इंडेक्स बुधवार को लाल निशान पर बंद हुए। इनमें निफ्टी पीएसयू बैंक, आईटी, फाइनेंशियल सर्विसेज, हेल्थकेयर, रियल्टी और ऑयल एंड गैस इंडेक्स में 1 फीसदी से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई। खास बात यह है कि निफ्टी ऑटो में महज 0.02 फीसदी की मामूली बढ़त देखने को मिली।
स्वतंत्र इक्विटी विश्लेषक अंबरीश बालिगा ने कहा, ‘मौजूदा उछाल अस्थायी तेजी हो सकती है। अप्रैल की शुरुआत में लागू होने वाले जवाबी शुल्क का प्रभाव अनिश्चित बना हुआ है। बाजार एक डबल बॉटम बना सकते हैं, जहां वे निचला स्तर छुएंगे, मजबूत होने से पहले फिर से निचले स्तर तक जाएंगे। यह ऐसी प्रक्रिया है जिसमें तीन महीने या उससे अधिक का समय लग सकता है।’बाजार की चाल पर अनिश्चितता बने रहने से निवेशक चिंतित बने हुए हैं और बड़े दांव लगाने से पहले स्पष्ट संकेतों का इंतजार कर रहे हैं।
एशियाई बाजार बुधवार को वॉल स्ट्रीट में बढ़त से उत्साहित होकर खुले। इस बीच यह उम्मीद बढ़ रही है कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के टैरिफ उतने गंभीर नहीं होंगे, जितने कि शुरू में अनुमान लगाया गया था।
बुधवार सुबह ASX 200 में 0.83 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई। जबकि कोस्पी में 0.2 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई। निक्केई में 0.51 प्रतिशत और टॉपिक्स में 0.21 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई।
अमेरिका के तीनों प्रमुख इंडेक्स बढ़त के साथ बंद हुए। एसएंडपी 500 में 0.16 प्रतिशत की बढ़त हुई, जबकि नैस्डैक में 0.46 प्रतिशत की बढ़त हुई। डाउ जोन्स में 0.01 प्रतिशत की मामूली बढ़त दर्ज की गई।
पिछले ट्रेडिंग सेशन में सेंसेक्स 32.81 अंक या 0.04 प्रतिशत की बढ़त के साथ 78,017.19 पर बंद हुआ था। निफ्टी 10.30 अंक या 0.04 प्रतिशत की बढ़त के साथ 23,668.65 पर बंद हुआ था।