फेडरल रिजर्व के अध्यक्ष जेरोम पॉवेल ने अनुमान के मुताबिक बेंचमार्क उधारी दर में 25 आधार अंक की कटौती की। लेकिन इस वर्ष मौद्रिक नरमी की राह के बारे में निवेशकों को असमंजस में रखा। उन्होंने इस कदम को ‘जोखिम प्रबंधन’ बताते हुए कहा कि फेड लगातार मुद्रास्फीति के जोखिमों को देखते हुए सतर्क है।
नीति निर्माताओं ने 2025 में दो अतिरिक्त कटौती के संकेत दिए। लेकिन 2026 में केवल एक। कारोबारी अगले साल दो से तीन और कटौती की संभावना देखते हुए मूल्य निर्धारण कर रहे हैं।
यह अंतर नीति के दृष्टिकोण को लेकर अनिश्चितता बताता है, खासकर तब जब अमेरिका का रोजगार बाजार दबाव के संकेत दिखा रहा है। फेड के फैसले के बाद 10-वर्षीय अमेरिकी ट्रेजरी यील्ड 6 आधार अंक बढ़कर 4.09 प्रतिशत हो गया। फेड के इस कदम पर विश्लेषकों की राय इस प्रकार है।
बोफा सिक्योरिटीज के वरिष्ठ अमेरिकी अर्थशास्त्री, आदित्य भावे ने कहा, “हर कोई 25 आधार अंक की कटौती का अनुमान लगा रहा था। लेकिन जैसे-जैसे नीतिगत दरें कम होंगी, महंगाई के बारे में आशंका जताने वाले बोल तेज होते जाएंगे क्योंकि महंगाई की तस्वीर साफ नहीं होने वाली है।”
माइनोटॉर कैपिटल के सह-संस्थापक, अर्मिना रोजेनबर्ग ने कहा कि अंततः फेड ने ब्याज दर में कटौती कर दी है। लेकिन बाजार की प्रतिक्रिया उम्मीद सामान्य रही। दर में कटौती अपने आप में कोई हैरान करने वाली बात नहीं थी, लेकिन नरम रुख और अभी भी सतर्क अनुमान दोनों ने निवेशकों को असमंजस में डाल दिया है।
ब्रैंडीवाइन ग्लोबल इन्वेस्टमेंट मैनेजमेंट के पोर्टफोलियो मैनेजर, ट्रेशी चेन ने कहा, “बाजार में जिस भारी कटौती की उम्मीद है, वह अभी पक्की नहीं है। यह 25 आधार अंक की कटौती सुरक्षा उपाय है, जोखिम प्रबंधन कदम है।”
टीसीडब्ल्यू ग्रुप के ग्लोबल रेट्स के सह-प्रमुख, ब्रेट बार्कर ने कहा, “यह आशंका भरा नहीं है, लेकिन यह बाजारों की उम्मीद से ज्यादा आशंका भरा है। फेड वास्तव में बाजार के मूल्य निर्धारण पर मुहर नहीं लगा रहा है। उन्होंने आगे की कटौतियों के बारे में संकेत नहीं दिया।”
फ्रैंकलिन टेम्पलटन इंस्टीट्यूट के ग्लोबल इन्वेस्टमेंट स्ट्रेटेजिस्ट, लैरी हैथवे ने कहा, “फेड की खबर उम्मीदों के मुताबिक रही। लेकिन निवेशकों के लिए चुनौती यह है कि फेड अभी भी कम ब्याज दरों के अपने भविष्य के अनुमान को मानने को तैयार नहीं है।”