डीमैट खातों के लिए नॉमिनेशन की आखिरी तारीख करीब आ रही है, ऐसे में पाया गया है कि कई स्टॉक ब्रोकर नॉमिनेशन के फील्ड में लिख रहे हैं कि निवेशकों ने इसमें शामिल नहीं होने का फैसला लिया है। ब्रोकर यह कवायद निवेशकों की सहमति के बिना अंजाम दे रहे हैं।
देश की सबसे बड़ी डिपॉजिटरी नैशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (NSDL) ने सोमवार को जारी एक परिपत्र के जरिये ऐसे बाजार भागीदारों को चेतावनी दी है।
300 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की डीमैट प्रतिभूतियां संभालने वाली NSDL ने भागीदारों को विशेष तौर से कहा है कि वे अपने हिसाब से नॉमिनेशन के फील्ड को न भरें।
डिपॉजिटरी ने कहा, ब्रोकर इस फील्ड को तभी अपडेट कर सकते हैं जब उसे निवेशकों से इस पर सहमति मिले।
एनएसडीएल ने कहा, निवेशकों की सहमति के बिना नॉमिनेशन फील्ड को अपडेट करना परिपत्रों की भावना के खिलाफ है और इसे गंभीरता से लिया गया है।
अब नॉमिनेशन अपडेट के लिए मात्र चार दिन बचे हैं, ऐसे में कुछ स्टॉक ब्रोकर निवेशकों की सहमति के बिना नॉमिनेशन के फील्ड को यह लिखते हुए अपडेट कर रहे हैं कि निवेशक ने इस प्रक्रिया में हिस्सा न लेने (ऑप्टिंग आउट) का फैसला लिया है। यह उन निवेशकों के मामले में हो रहा है जिन्होंने खुद नॉमिनेशन को अपडेट नहीं किया है।
बाजार नियामक सेबी के निर्देश के मुताबिक, अगर निवेशक समय पर नॉमिनेशन की जानकारी नहीं देते हैं तो 31 मार्च के बाद उनके ट्रेडिंग खाते निष्क्रिय हो जाएंगे।
चूंकि बाजार नियामक ने इसे अपडेट करने को कहा है, लिहाजा स्टॉक ब्रोकर नॉमिनेशन को अपडेट करने या उस फील्ड में ऑप्टिंग आउट लिखने के बदले शुल्क नहीं वसूल सकते।
इसके अलावा परिपत्र में स्पष्ट किया गया है कि जिन निवेशकों ने परिपत्र जारी होने से पहले नॉमिनेशन कर लिया है उन्हें दोबारा करने की दरकार नहीं है। ऐसे निवेशकों के लिए यह वैकल्पिक रखा गया है।