बीकाजी फूड्स इंटरनेशनल लिमिटेड (Bikaji Foods International Ltd ) ने बुधवार को भुजियालालजी प्राइवेट लिमिटेड (Bhujialalji Pvt Ltd) में 49 प्रतिशत हिस्सेदारी और 396 कंपल्सरी कनवर्टिबल डिबेंचर्स (CCD) का अधिग्रहण कर लिया। यह जानकारी कंपनी ने BSE फाइलिंग में दी।
इस सौदे में 5,100 रुपये प्रति सिक्योरिटी मूल्य पर 9,608 इक्विटी शेयर और 396 CCD शामिल हैं, जिसकी कुल कीमत 5.10 करोड़ रुपये बैठती है। सौदे में कहा गया है कि इस सौदे की फेस वैल्यू 10 रुपये प्रति इक्विटी शेयर है।
अधिग्रहण की खबर मिलते ही स्टॉक मार्केट में Bikaji Foods International के शेयरों ने 52 हफ्ते का रिकॉर्ड तोड़ दिया। बुधवार को कंपनी का शेयर 12: 26 बजे पर 6.87 प्रतिशत बढ़कर 465.2 रुपये पर पहुंच गया। आज कंपनी का शेयर ओपेनिंग के समय 429.70 रुपये पर था। कंपनी का कुल बाजार पूंजीकरण (mcap) भी 11,347 करोड़ से करीब था।
Bhujialalji Pvt Ltd (BPL) भुजिया और नमकीन वेरिएंट में अपना प्रोडक्ट पोर्टफोलियो लेकर आ रही है। कंपनी अभी इस इंडस्ट्री में नई है।
कंपनी की एंट्री के बारे में बात करते हुए Bikaji Foods International के प्रबंध निदेशक (MD) दीपक अग्रवाल ने कहा, ‘यह हमारी कई बड़ी योजनाओं में एक छोटा कदम है, और हमें विश्वास है कि ब्रांड के खत्म होने का कोई डर नहीं है। दुनिया भर में कई कंपनियां समान रूप से कार्य करें। इस सहयोग के लिए हमारी रणनीतिक ऐसी चीजों का लाभ उठाना है जो स्वतंत्र रूप से कार्य करते हुए बीकाजी की ओवरऑल मार्केट स्थिति में सुधार करती हो ‘
भुजियालालजी प्राइवेट लिमिटेड के प्रमोटर जय अग्रवाल ने कहा, ‘हम अपनी यात्रा की शुरुआत में बीकाजी जैसे मार्केट लीडर से इस समर्थन के लिए आभारी हैं। यह सहयोग हमारे लिए नए दरवाजे खोलता है, जिससे हमें अपने ब्रांड की प्रमुखता को बनाए रखते हुए सीखने और बढ़ने का मौका मिलता है। हम ई-कॉमर्स से लेकर मॉडर्न ट्रेड चैनलों तक अपनी मौजूदा मार्केट बेस का भौगोलिक रूप से विस्तार करने की उम्मीद कर रहे हैं।
यह अधिग्रहण ऐसे समय हुआ है जब भारत के कुल स्नैक्स बिजनेस की वैल्यू वर्तमान में 4.24 लाख करोड़ रुपये है। बदलती लाइफस्टाइल, बढ़ती इनकम और शहरीकरण के कारण पिछले पांच वर्षों में इसमें काफी तेजी से बढ़ोतरी हुई है।
2015 में, पैकेज्ड फूड का रिटेल रेवेन्यू 2.43 लाख करोड़ रुपये का था और वित्त वर्ष 2015-2022 तक लगभग 8.3 प्रतिशत की सालाना चक्रवृद्धि दर (CAGR) दर्ज की गई है। फ्रॉस्ट एंड सुलिवन (Frost & Sullivan) की रिपोर्ट के अनुसार, अगले पांच वर्षों में पैकेज्ड फूड का रिटेल रेवेन्यू 8 प्रतिशत CAGR से बढ़कर 5.79 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच सकता है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय नमकीन स्नैक्स मार्केट की वैल्यू 2022 में 75,100 करोड़ रुपये है और 13 प्रतिशत CAGR पर 2026 तक इसके 1.22 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचने की उम्मीद है।