चीन के इक्विटी बाजार ने पिछले कैलेंडर वर्षों में वैश्विक और उभरते बाजार के इक्विटी बाजारों की तुलना में कमजोर प्रदर्शन किया है।
इसके अलावा, वैश्विक निवेशकों ने नियामकीय अनिश्चितता को देखते हुए चीन में निवेश पर अपने रुख में बदलाव किया है। कुछ बाजार विश्लेषकों का मानना है कि उपयुक्त मूल्यांकन को देखते हुए चीन के बाजारों में भविष्य में अच्छा प्रदर्शन करने की संभावना है।
विश्लेषकों का कहना है कि चीन और अमेरिकी बाजारों का अब आपस में विपरीत संबंध है। इसे ध्यान में रखते हुए इन्वेस्को म्युचुअल फंड (Invesco Mutual Fund) चीन-केंद्रित अंतरराष्ट्रीय योजना पेश करने की तैयारी कर रहा है। भारत में चीन-केंद्रित म्युचुअल फंड (MF) योजनाओं में निवेश में तेजी आनी बाकी है, और यदि चीन के इक्विटी बाजार में ताजा तेजी आती है तो इससे इन योजनाओं में पूंजी प्रवाह बढ़ेगा।
मौजूदा समय में, पांच चीन-केंद्रित योजनाएं हैं जो संयुक्त रूप से सिर्फ 2,300 करोड़ रुपये का प्रबंधन करती हैं। निवेशक वर्ष 2020 की बड़ी गिरावट के बाद हाल के महीनों में चीनी बाजार में अच्छी संभावना देख रहे हैं।
IPO बाजार जून में रहेगा मजबूत
IPO बाजारों को हाल के महीनों में सेकंडरी बाजार में आई अच्छी तेजी का फायदा अभी पूरी तरह से नहीं मिला है। अगले महीने आईकेआईओ लाइटिंग और जेजी केमिकल्स (IKIO Lighting and JG Chemicals) जैसे IPO आ सकते हैं।
बैंकरों का कहना है कि कंपनियां बढ़ते उतार-चढ़ाव को लेकर सतर्क हैं। इसके अलावा, कंपनियां अपने जनवरी-मार्च तिमाही आंकड़ों के बाद बाजार में आना पसंद कर रही हैं।
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बाजार नियामक सेबी के अनुसार, वित्तीय विवरण 6 महीने तक के लिए वैध हैं। हालांकि बैंकरों का कहना है कि कंपनियां लिस्टिंग से पहले तिमाही के वित्तीय विवरण का आकलन करना पसंद करती हैं।
Nifty में नया ऊंचा स्तर बनाने की संभावना
नैशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का सूचकांक निफ्टी नए ऊंचे स्तर बना सकता है। विश्लेषकों के अनुसार, यह सूचकांक सप्ताह के मध्य के दौरान सीमित दायरे में बना रहा। हालांकि शुक्रवार को आई तेजी से धारणा बदली और सूचकांक को 18,400 का प्रतिरोध पार करने में मदद मिली।
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रेलिगेयर ब्रोकिंग (Religare Broking) के शोध उपाध्यक्ष (vice-president of research) अजीत मिश्रा का कहना है, ‘निफ्टी नई ऊंचाई बनाने की दिशा में बढ़ रहा है, क्योंकि विभिन्न क्षेत्रों से भागीदारी में सुधार आया है।
हालांकि वैश्विक मोर्चे पर मजबूती जरूरी है, अन्यथा, तेज गति की रफ्तार प्रभावित हो सकती है। वहीं गिरावट के संदर्भ में, 18,050-18,200 के स्तर पर समर्थन मिलेगा।’