घरेलू शेयर बाजारों में शुक्रवार को करीब आधा फीसदी की गिरावट आई। गिरावट का कारण बैंकिंग और आईटी शेयरों में नरमी रहे क्योंकि ये दोनों सेक्टर अपने आय अनुमानों पर खरा उतरने में नाकाम रहे। बेंचमार्क सूचकांकों के लिए यह लगातार तीसरा साप्ताहिक नुकसान है और छह महीने में गिरावट का सबसे लंबा साप्ताहिक सिलसिला भी। सेंसेक्स ने 502 अंकों की गिरावट के साथ 81,758 पर कारोबार की समाप्ति की जबकि निफ्टी 143 अंक टूटकर 24,968 पर टिका।
इस हफ्ते सेंसेक्स में 0.9 फीसदी की गिरावट आई जबकि निफ्टी 0.7 फीसदी कमजोर हुआ। बीएसई में सूचीबद्ध फर्मों का कुल बाजार पूंजीकरण शुक्रवार को 2.5 लाख करोड़ रुपये घटकर 458.4 लाख करोड़ रुपये रह गया। हालांकि साप्ताहिक आधार पर कुल बाजार पूंजीकरण 1.7 लाख करोड़ रुपये बढ़ा जिसकी वजह व्यापक बाजारों का उम्दा प्रदर्शन था।
गिरावट में सबसे ज्यादा योगदान निजी बैंकों ने दिया। अग्रणी भारांक वाला एचडीएफसी बैंक 1.5 फीसदी टूटा और सेंसेक्स की गिरावट में इसका योगदान सबसे ज्यादा रहा। इसके बाद 5.2 फीसदी टूटे ऐक्सिस बैंक का हिस्सा रहा। ऐक्सिस बैंक सेंसेक्स और निफ्टी में सबसे खराब प्रदर्शन करने वाला शेयर भी रहा। तिमाही में कमजोर आय दर्ज करने से बैंक के शेयर पर चोट पड़ी।
वित्त वर्ष 26 की अप्रैल-जून तिमाही में बैंक का शुद्ध लाभ सालाना आधार पर 4 फीसदी घटकर 5,806 करोड़ रुपये रह गया। जून तिमाही में बैंक के ऋण और जमा में वृद्धि धीमी रही जिससे बैंक की वृद्धि योजनाओं को लेकर चिंता बढ़ गई।
मोतीलाल ओसवाल फाइनैंशियल सर्विसेज के वेल्थ मैनेजमेंट में शोध प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा, पहली तिमाही के नतीजों का शुरुआती रुझान नरम रहा है और प्रबंधन की टिप्पणियों में वैश्विक अनिश्चितता के बीच सतर्कता नजर आ रही है। इसका बाजार धारणा पर असर पड़ रहा है। इसके अलावा 1 अगस्त की टैरिफ समयसीमा से पहले भारत-अमेरिका व्यापार समझौते के लंबे इंतजार के कारण निवेशक चुप बैठे हैं।
खेमका ने कहा कि आगे चलकर बैंकिंग क्षेत्र पर ध्यान रहेगा क्योंकि सप्ताहांत में एचडीएफसी बैंक और आईसीआईसीआई बैंक की पहली तिमाही के परिणाम आने वाले हैं। खेमका ने कहा, कुल मिलाकर हम उम्मीद करते हैं कि वैश्विक व्यापार अनिश्चितता जारी रहने और वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही के आय सत्र की नरम शुरुआत के बीच बाजार एक दायरे में रहेगा। आने वाले समय में आय के सीजन और अमेरिका के साथ व्यापार सौदे पर प्रगति से बाजार की दिशा तय होगी।
रेलिगेयर ब्रोकिंग के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) अजित मिश्र ने कहा, बाजार सोमवार को शुरुआती कारोबार में तीन दिग्गज शेयरों रिलायंस, एचडीएफसी बैंक और आईसीआईसीआई बैंक की आय पर प्रतिक्रिया देगा जिससे संभवतः सत्र की दिशा तय होगी। सूचकांक के मोर्चे पर निफ्टी में 24,900 से नीचे की निर्णायक गिरावट आगे दबाव का कारण बन सकती है जबकि किसी भी उछाल को 20-दिवसीय ईएमए क्षेत्र में 25,200 के आसपास प्रतिरोध का सामना करना पड़ सकता है।
बाजार में चढ़ने और गिरने वाले शेयरों का अनुपात कमजोर रहा। 2,440 शेयरों में गिरावट और 1,622 में तेजी दर्ज की गई। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक 375 करोड़ रुपये के शुद्ध खरीदार रहे जबकि घरेलू संस्थानों ने 2,103 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।