TCS के एनालिस्ट डे के बाद जो तस्वीर सामने आई है, उसने बाजार और निवेशकों का ध्यान खींच लिया है। कंपनी ने साफ संकेत दिए हैं कि आने वाले सालों में उसका पूरा फोकस आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर रहेगा और इसी के जरिए वह अगली ग्रोथ स्टोरी लिखना चाहती है। AI से हो रही कमाई, कर्मचारियों को नए दौर के लिए तैयार करने पर बड़ा खर्च, पार्टनरशिप और अधिग्रहण की नई सोच और मार्जिन को लेकर मैनेजमेंट के दावे। इन सबने ब्रोकरेज हाउसों को अपनी रिपोर्ट में विस्तार से राय रखने पर मजबूर कर दिया है। PL कैपिटल से लेकर मोतीलाल ओसवाल तक, हर ब्रोकरेज ने TCS की रणनीति को अलग नजरिए से परखा है। आखिर किस रिपोर्ट में क्या कहा गया है और निवेशकों को किन बातों पर ध्यान देना चाहिए, आइए जानते हैं।
PL कैपिटल की रिपोर्ट के मुताबिक TCS की AI से जुड़ी सेवाओं से सालाना करीब 1.5 अरब डॉलर की कमाई हो रही है। यह कमाई सामान्य IT सेवाओं के मुकाबले ज्यादा तेजी से बढ़ रही है। रिपोर्ट में बताया गया है कि अभी बैंकिंग और बिजनेस प्रोसेस मैनेजमेंट जैसे क्षेत्रों में AI का सबसे ज्यादा इस्तेमाल हो रहा है, लेकिन अब दूसरे सेक्टर भी धीरे-धीरे इसमें जुड़ रहे हैं।
PL कैपिटल का कहना है कि TCS AI को धीरे-धीरे काम का हिस्सा बनाएगी। पहले AI इंसानों की मदद करेगा और आगे चलकर ज्यादा काम अपने आप करने लगेगा। इसके लिए कंपनी अपने कर्मचारियों को तैयार कर रही है और करीब 1 अरब डॉलर ट्रेनिंग और नई स्किल सिखाने पर खर्च कर रही है।
इसी भरोसे के साथ PL कैपिटल ने TCS के शेयर पर खरीदने की सलाह दी है और इसका टारगेट प्राइस 3,800 रुपये रखा है। अभी शेयर करीब 3,269 रुपये पर चल रहा है, यानी इसमें करीब 16 फीसदी बढ़त की संभावना बताई गई है।
एंटीक स्टॉक ब्रोकिंग की रिपोर्ट में कहा गया है कि TCS अब सिर्फ डिजिटल काम करने वाली कंपनी नहीं रहना चाहती। कंपनी अब AI पर आधारित पूरी टेक्नोलॉजी सेवाएं देने वाली बड़ी कंपनी बनना चाहती है। मैनेजमेंट का लक्ष्य है कि TCS दुनिया की सबसे बड़ी AI टेक सर्विस कंपनी बने। इसके लिए कंपनी ने पांच अहम बातों पर काम करने की योजना बनाई है।
रिपोर्ट के मुताबिक अगर TCS इस योजना को ठीक से लागू कर लेती है, तो वह विदेशी बड़ी कंपनियों के मुकाबले ज्यादा मजबूत हो सकती है। इसी भरोसे के साथ एंटीक स्टॉक ब्रोकिंग ने TCS के शेयर पर खरीदने की सलाह दी है और इसका टारगेट प्राइस 3,575 रुपये रखा है।
नुवामा की रिपोर्ट के मुताबिक TCS अब AI पर आधारित काम पर साफ तौर पर ध्यान दे रही है। कंपनी के पास इसके लिए एक तय और साफ योजना है। रिपोर्ट में कहा गया है कि AI से जुड़ा कारोबार अब बड़ा होता जा रहा है और इससे TCS को हर साल करीब 1.5 अरब डॉलर की कमाई हो रही है।
नुवामा का कहना है कि कई बड़ी कंपनियों में अभी भी पुरानी टेक्नोलॉजी इस्तेमाल हो रही है और क्लाउड का पूरा फायदा नहीं उठाया गया है। ऐसे में AI की मदद से इन कंपनियों को नई टेक्नोलॉजी पर लाने का बड़ा मौका TCS के पास है। इसी भरोसे के साथ नुवामा ने TCS को अच्छा प्रदर्शन करने वाली कंपनी बताया है और इसका टारगेट प्राइस 3,650 रुपये रखा है।
मोतीलाल ओसवाल की रिपोर्ट के मुताबिक TCS ने पहली बार साफ तौर पर बताया है कि उसे AI सेवाओं से कितनी कमाई हो रही है और हाल की तिमाही में इस कमाई में अच्छी बढ़ोतरी देखी गई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि कंपनी AI से जुड़े हर तरह के काम पर आगे बढ़ना चाहती है और अब पार्टनरशिप और कंपनियों को खरीदने के मामले में भी ज्यादा सक्रिय हो गई है।
हालांकि ब्रोकरेज का कहना है कि 26 से 28 फीसदी मार्जिन का लक्ष्य थोड़ा ज्यादा है, लेकिन फिर भी उसे भरोसा है कि AI की बढ़ती मांग से TCS को आगे चलकर बड़ा फायदा मिल सकता है। इसी भरोसे के साथ मोतीलाल ओसवाल ने TCS के शेयर पर खरीदने की सलाह दी है और इसका टारगेट प्राइस 4,400 रुपये रखा है। अभी कंपनी 3269 रुपये पर ट्रेड कर रही है। इस लिहाज से इसमें 35% अपसाइड की संभावना है।
एक्सिस डायरेक्ट की रिपोर्ट के मुताबिक TCS के मैनेजमेंट ने एनालिस्ट डे में बताया कि कंपनी का लक्ष्य दुनिया की सबसे बड़ी AI पर काम करने वाली टेक कंपनी बनना है। मैनेजमेंट का मानना है कि अब डिजिटल काम से आगे बढ़कर AI वाले काम में जाना TCS के लिए बड़ा मौका है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि Salesforce से जुड़ी सेवाएं, कमाई वाले सेक्टर, कर्मचारियों से जुड़े समाधान और भारत के डेटा सेंटर जैसे क्षेत्रों में आगे अच्छी बढ़त हो सकती है। TCS अब सिर्फ ऑटोमेशन और डेटा रिपोर्ट बनाने तक सीमित नहीं रहना चाहती, बल्कि ऐसे AI सिस्टम पर काम कर रही है जो ज्यादा समझदारी से फैसले ले सकें।
एक्सिस डायरेक्ट का कहना है कि इस रणनीति के चलते TCS 26 से 28 फीसदी तक मुनाफा बनाए रख सकती है। इसी भरोसे के साथ ब्रोकरेज ने TCS के शेयर पर खरीदने की सलाह दी है और इसका टारगेट प्राइस 3,565 रुपये रखा है।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई राय ब्रोकरेज की है। बिज़नेस स्टैंडर्ड इन विचारों से सहमत होना जरूरी नहीं समझता और निवेश से पहले पाठकों को अपनी समझ से फैसला करने की सलाह देता है।