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मनरेगा की विदाई, ‘वीबी जी राम जी’ की एंट्री: लोकसभा में नया ग्रामीण रोजगार कानून पास

केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जोर देकर कहा कि मनरेगा की खामियां दूर करने के लिए यह बदलाव जरूरी था

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एजेंसियां   
Last Updated- December 18, 2025 | 11:05 PM IST

विपक्षी सदस्यों के भारी विरोध के बीच लोक सभा ने गुरुवार को विकसित भारत रोजगार एवं आजीविका मिशन (ग्रामीण) (वीबी जी राम जी) विधेयक पारित कर दिया। वीबी जी राम जी विधेयक लगभग 20 साल पुराने मनरेगा की जगह लेगा जिसमें ग्रामीण क्षेत्रों में हर साल 125 दिनों के रोजगार की गारंटी का प्रावधान है। केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जोर देकर कहा कि मनरेगा की खामियां दूर करने के लिए यह बदलाव जरूरी था।

लगभग आठ घंटे की चर्चा के जवाब में ग्रामीण विकास मंत्री चौहान ने कांग्रेस पर हमला बोला और कहा कि उसने महात्मा गांधी द्वारा प्रतिपादित आदर्शों को कई बार ताक पर रखा है और राजनीतिक लाभ लेने के लिए उनके नाम का इस्तेमाल किया है।

उन्होंने कहा कि विपक्ष का व्यवहार ‘शर्मनाक’ है जिससे लोकतंत्र ‘भीड़तंत्र’ और ‘गुंडागर्दी’ में बदल गया है। चौहान ने कहा कि राज्यों को उम्मीद के मुताबिक धन आवंटित नहीं किया गया। उन्होंने कहा,‘मनरेगा योजना समस्याओं से भरा हुई थी। इस योजना के अनुसार आवंटित धन का 60 प्रतिशत हिस्सा श्रम पर और 40 प्रतिशत हिस्सा सामग्री पर खर्च किया जाना था। मगर सामग्री पर केवल 26 प्रतिशत खर्च किया गया और धन निकाल लिया गया। मनरेगा के तहत भ्रष्टाचार व्याप्त था’। चौहान ने कहा कि उनकी सरकार ने मनरेगा में सुधार के प्रावधान किए हैं। मंत्री ने कहा कि इस विशाल राशि का उपयोग पूरी तरह से विकसित गांवों के निर्माण के लिए किया जाएगा जो मोदी सरकार का लक्ष्य रहा है।

उन्होंने कहा कि  ‘वीबी जी राम जी’ पहल झीलों, सूक्ष्म-सिंचाई चैनलों, मुख्य ग्रामीण ढांचों, आजीविका संबंधी ढांचा और प्रतिकूल मौसमी घटनाएं कम करने के लिए विशेष उपाय कर जल सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित करेगी।

चौहान ने कहा कि बनाई सभी तैयार परिसंपत्तियां विकसित भारत नैशनल रूरल इन्फ्रास्ट्रक्चर स्टैक के अंतर्गत लाई जाएंगी।

सत्र की शुरुआत में कांग्रेस सदस्य के सी वेणुगोपाल ने लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला से विधेयक को गहन जांच के लिए एक संसदीय समिति को भेजने का आग्रह किया।

बिरला यह कहते हुए यह मांग ठुकरा दी कि विधेयक पर आठ घंटे की बहस हो चुकी है और दलगत भावना से ऊपर उठकर 98 सदस्यों ने बुधवार रात को आधी रात के बाद तक विस्तृत चर्चा की थी।

इसके बाद विपक्षी सदस्यों ने नारेबाजी शुरू कर दी और विधेयक की प्रतियां फाड़ दीं। इस पर चौहान ने कहा कि विपक्ष महात्मा गांधी का ‘अपमान’  कर रहा है। उन्होंने महात्मा गांधी के आदर्शों पर चोट करने के लिए कांग्रेस की आलोचना की। चौहान ने कहा, ‘विपक्ष बापू के आदर्शों की हत्या कर रहा है। मैंने डेढ़ बजे तक माननीय सदस्यों को सुना। केवल अपनी बात कहना और दूसरों के विचारों को नहीं सुनना भी हिंसा है।’  

First Published : December 18, 2025 | 11:05 PM IST