ITC का शेयर सोमवार को 4 फीसदी फिसल गया। वजह यह है कि ब्रिटिश अमेरिकन टोबैको (BAT) ने कहा कि वह ITC की कुछ हिस्सेदारी बेच सकती है। इस शेयर में शुक्रवार को आंशिक सुधार हुआ। कंपनी के शेयरों ने शुक्रवार के कारोबारी सत्र में 1.3 फीसदी चढ़कर 423 पर कारोबार किया जबकि एसऐंडपी बीएसई सेंसेक्स दिन में ज्यादातर समय स्थिर रहा।
इस घटनाक्रम के बाद जेफरीज ने ITC के शेयर को डाउनग्रेड कर खरीद से होल्ड यानी निवेशित बने रहें कर दिया। साथ ही कीमत लक्ष्य पहले के 520 रुपये के मुकाबले 17.3 फीसदी घटाकर 430 रुपये कर दिया।
पिछले तीन साल में ITC के शेयर में 3 गुना से ज्यादा की उछाल आई है। जेफरीज के विवेक माहेश्वरी, कुणाल शाह और जितिन जॉन ने एक नोट में कहा कि यह बढ़त सिगरेट कारोबार में मजबूत वृद्धि, FMCG में इजाफा, पूंजी आवंटन में सुधार और एफआईआई की होल्डिंग में इजाफे के कारण हुई थी। नोट में कहा गया है कि इन सभी चीजों का प्रभाव पहले ही दिख चुका है जबकि सिगरेट वॉल्यूम अब नरम हो रहा है।
खराब से खराब हालात में जेफरीज इस शेयर को 340 रुपये पर देख रहा है, जो मौजूदा स्तर से 19 फीसदी नीचे है। बेहतर स्थिति व तेजी के परिदृश्य में यह शेयर 520 रुपये के स्तर पर पहुंच सकता है, जो मौजूदा स्तर से करीब 24 फीसदी ज्यादा है।
जेफरीज की तरफ से ITC की डाउनग्रेडिंग के चार अहम कारण हैं।
आपूर्ति : BAT के पास विविध क्षेत्र की कंपनी ITC की 29.03 फीसदी हिस्सेदारी है, जिसकी कीमत 1.5 लाख करोड़ रुपये है। भारतीय नियमों का अनुपालन करने के लिए बीएटी की तरफ से 4 फीसदी की संभावित बिक्री को देखते हुए जेफरीज का कहना है कि इसकी वैल्यू 2.5 अरब डॉलर होगी और भारतीय बाजार में आपूर्ति पर असर पड़ेगा। इससे शेयर की बढ़ोतरी सीमित हो जाएगी।
दूसरी ओर, BAT अपने अहम बाजारों (खास तौर से अमेरिका) में सिगरेट के वॉल्यूम में गिरावट संबंधी चुनौतियों का सामना कर रही है। अमेरिका में उसने हाल में 32 अरब डॉलर बट्टे खाते डाले हैं। जेफरीज के मुताबिक कंपनी का शुद्ध कर्ज 40 अरब डॉलर से ज्यादा है, जो उसके एबिटा का करीब 3 गुना और बाजार पूंजीकरण का करीब 60 फीसदी है।
कराधान : जेफरीज के विश्लेषकों को अगले 12 महीने में भारत में तंबाकू पर काराधान को लेकर कुछ अनिश्चितता दिख रही है। अप्रैल-मई में चुनाव के बाद नई सरकार जुलाई में पूर्ण बजट पेश करेगी जो तंबाकू के कराधान के लिहाज से अहम होगा। नोट में कहा गया है कि इसके सात महीने बाद यानी फरवरी 2025 में फिर बजट आ जाएगा। दोनों ही घटनाक्रम तंबाकू कराधान के लिए अनिश्चितता पैदा कर सकते हैं।
नरम वॉल्यूम : वॉल्यूम में सुस्त वृद्धि चिंता की एक अन्य वजह है। विश्लेषकों के साथ हालिया बैठक में ITC के चेयरमैन संजीव पुरी ने अल्पावधि में सिगरेट वॉल्यूम के एकीकरण की संभावना को रेखांकित किया था, जो करीब 10 साल के उच्चस्तर पर है।
एकीकरण : हालिया घटनाक्रम के बाद शेयर में तेजी अब विराम ले सकती है। पिछले 2-3 वर्षों में कोविड के बाद सिगरेट वॉल्यूम में मजबूत रिकवरी हुई, जिससे शेयर की दोबारा रेटिंग देखने को मिली। बीएटी की हिस्सेदारी बिक्री की संभावना को देखते हुए अगले 12 महीने में कराधान के दो घटनाक्रम और सिगरेट वॉल्यूम में वृद्धि में नरमी को देखते हुए जेफरीज का अनुमान है कि आगे यह शेयर सीमित दायरे में रहेगा। जेफरीज ने कहा कि वे अब इस शेयर की संशोधित कीमत पहले के 520 रुपये से घटाकर 430 रुपये कर रहे हैं।