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वेटेज घटने से HDFC फर्मों को चपत, 6 फीसदी टूटे शेयर

Last Updated- May 05, 2023 | 9:59 PM IST
HDFC

वै​श्विक सूचकांक प्रदाता MSCI की घोषणा के बाद HDFC Bank और HDFC के शेयरों में करीब 6 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। MSCI ने कहा है कि वह एकीकृत कंपनी को 50 फीसदी सीमित निवेश क्षमता फैक्टर (LIF) के साथ अपने सूचकांक में शामिल करेगी जबकि बाजार 74 फीसदी एलआईएफ की उम्मीद कर रहा था।

आसान शब्दों में कहा जाए तो इसका मतलब यह हुआ कि एकीकृत HDFC Bank का अब एमएससीआई इंडिया सूचकांक (MSCI India index) में भारांश (weightage) काफी कम हो जाएगा। विश्लेशकों का मानना था कि 74 फीसदी LIF पर MSCI सूचकांक पर नजर रखने वाले एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF) से 25,000 करोड़ रुपये तक का निवेश हो सकता है। लेकिन 50 फीसदी FIF पर निवेशक HDFC Bank के शेयरों में 2,000 करोड़ रुपये की बिकवाली कर सकते हैं।

IIFL Securities के उपाध्यक्ष श्रीराम वेलायुधन ने कहा, ‘HDFC Bank को 12 फीसदी भारांश के साथ MSCI India index  में शामिल किए जाने से करीब 3 अरब डॉलर का पूंजी प्रवाह होगा। मगर 50 फीसदी समायोजन फैक्टर को शामिल करने का मतलब यह होगा कि HDFC Bank को एचडीएफसी के बराबर भारांश (6.7 फीसदी) के साथ सूचकांक में शामिल किया जाएगा।’

वेलायुधन ने कहा कि MSCI में शामिल किए जाने के कारण डेरिवेटिव खंड में HDFC और HDFC Bank के लिए लॉन्ग पोजीशन अप्रभावित रहेगा। HDFC Bank का शेयर 5.9 फीसदी की गिरावट के साथ 1,625 रुपये पर बंद हुआ जबकि HDFC का शेयर 5.6 फीसदी की गिरावट के साथ 2,701 रुपये पर बंद हुआ।

नुवामा अल्टरनेटिव ऐंड क्वांटिटेटिव रिसर्च के प्रमुख अभिलाष पगारिया ने कहा कि एमएससीआई की घोषणा का मतलब साफ है कि एकीकृत कंपनी में कोई वृद्धिशील प्रवाह नहीं है लेकिन 15 से 20 करोड़ डॉलर की बिकवाली हो सकती है।

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फिलहाल विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) के लिए निवेश की गुंजाइश कम होने के कारण HDFC Bank किसी भी MSCI सूचकांक में शामिल नहीं है। लेकिन पर्याप्त FPI निवेश की गुंजाइश होने के कारण HDFC, MSCI India index में शामिल है।

मौजूदा शेयरधारिता प्रारूप के हिसाब से एकीकृत कंपनी में विदेशी शेयरधारिता मार्च के अंत तक 18.04 फीसदी थी। इससे MSCI Index में एकीकृत शेयर को शामिल करने का रास्ता साफ हुआ है।

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HDFC Bank में HDFC के मर्जर के कारण ETF प्रवाह में जटिलताओं को देखते हुए बाजार की नजरें FPI शेयरधारिता और MSCI की घोषणा पर लगातार रही हैं।

मैक्वायर कैपिटल के प्रमुख (वित्तीय सेवा अनुसंधान) सुरेश गणपति ने कहा कि एमएससीआई ने एक औपचारिक घोषणा की है और एकीकृत कंपनी के फंडामेंटल्स पर सबकी नजर रहेगी।

First Published - May 5, 2023 | 9:59 PM IST

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