Suzlon Energy Share Price: ग्लोबल रिन्यूबल एनर्जी सेक्टर की दिग्गज कंपनी सुजलॉन के शेयर इन दिनों लगातार ट्रेंड में बने हुए हैं। आज ही की बात की जाए तो सुजलॉन एनर्जी के शेयरों में 5% का अपर सर्किट लग गया और सुजलॉन एनर्जी शेयर 76.56 रुपये पर बंद हो गए। सुजलॉन एनर्जी के शेयरों ने आज दो बड़े रिकॉर्ड तोड़े हैं। पहला कि कंपनी के शेयर 1 साल (52 वीक) के हाई लेवल पर पहुंच गए थे। दिलचस्प बात यह है कि आज ही के दिन एक साल पहले कंपनी के शेयर 1 साल के लो लेवल 18.90 रुपये पर पहुंचे थे।
दूसरा- कंपनी ने आज 1 लाख करोड़ रुपये का मार्केट कैप ( Suzlon energy m-cap) का आंकड़ा पार कर लिया है। और यह पहली बार हुआ है। इससे पहले कंपनी ने कभी भी 1 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की अपनी वैल्यूएशन दर्ज नहीं कराई थी। मौजूदा समय में NSE पर सुजलॉन एनर्जी का मार्केट कैप 1,04,385.24 करोड़ रुपये है।
NSE पर आंकड़े देखने पर पता चलता है कि सुजलॉन एनर्जी के शेयरों ने एक साल में 302 फीसदी के करीब निवेशकों को रिटर्न दिया है। जबकि, पिछले 6 महीनों में इसने करीब 55 फीसदी का रिटर्न दे दिया है।
कंपनी के शेयर अक्सर ट्रेंड में बने रहते हैं। पिछले एक महीने में ही सुजलॉन एनर्जी की शेयर प्राइस 38 फीसदी और एक हफ्ते में 12 फीसदी के करीब चढ़ चुकी है। 3 महीने में कंपनी के शेयरों ने 90 फीसदी का रिटर्न दे दिया है।
मॉर्गन स्टेनली ने 73.4 रुपये प्रति शेयर के टारगेट प्राइस के साथ सुजलॉन पर ‘ओवरवेट’ कॉल जारी की है। जबकि, जेएम फाइनेंशियल (JM Financial) ने सुजलॉन के शेयरों पर ‘खरीदें’ (Buy) रेटिंग जारी रखी है।
सुजलॉन एनर्जी के शेयरों में शानदार तेजी की वजह यह भी मानी जा रही है क्योंकि यह एक रिन्यूबल एनर्जी सेक्टर की कंपनी है। इसका बड़ा फोकस विंड एनर्जी को लेकर रहता है। कंपनी के शेयरों की दिशा में काफी अहम रोल कंपनी की फाइनेंशियल परफॉर्मेंस का होता है। हाल ही में सुजलॉन एनर्जी ने भी वित्त वर्ष 25 की जून तिमाही के परिणाम (Suzlon Energy Q1 Results 2025) जारी किए।
Q1FY25 के रिजल्ट्स जारी करते हुए सुजलॉन ने शेयर बाजार को बताया कि उसका नेट प्रॉफिट सालाना आधार (Suzlon Energy Q1FY25 net profit YoY) पर 200% बढ़कर 302 करोड़ रुपये हो गया है। जबकि उससे एक साल पहले की समान अवधि (Q1FY24) में यह 101 करोड़ रुपये था। इसी तरह रेवेन्यू भी (Suzlon Energy Q1FY25 Revenue) 50% बढ़कर 2022 करोड़ रुपये हो गया है।
कंपनी ने बताया था कि उसकी ऑपरेटिंग इनकम यानी एबिटा (EBITDA) सालाना आधार पर 78% बढ़कर 367 करोड़ रुपये हो गई। पिछले साल की समान अवधि में एबिटा मार्जिन 15.3% थी, जो चालू वित्त वर्ष की जून तिमाही में बढ़कर 18.2% हो गई।
दरसअल, सुजलॉन एनर्जी ने हाल ही में महज दो दिन पहले संजय घोडावत ग्रुप (Sanjay Ghodawat Group/ SGG) से रेनॉम एनर्जी सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड (Renom Energy Services Private Limited) में 76% हिस्सेदारी खरीदने के लिए 660 करोड़ रुपये का सौदा किया है। यह हिस्सेदारी दो चरणों में पूरी की जाएगी।
पहले चरण में सुजलॉन 400 करोड़ रुपये में 51 फीसदी हिस्सेदारी का अधिग्रहण करेगी। अगले 18 महीनों के भीतर दूसरे चरण तहत कंपनी 260 करोड़ रुपये में एक्स्ट्रा 25 फीसदी हिस्सेदारी हासिल करेगी।
गौरतलब है कि रेनॉम एनर्जी सर्विसेज भारत में एक लीडिंग मल्टी-ब्रांड ऑपरेशन्स और मेंटिनेंस सर्विसेज (MBOMS) प्रोवाइड करने वाली कंपनी है। रेनॉम विंड एनर्जी में 1,782 मेगावाट (मेगावाट), सोलर एनर्जी में 148 मेगावाट और अलग-अलग कस्टमर सेगमेंट में प्लांट के बैलेंस में 572 मेगावाट सहित कई एसेट्स का मैनेजमेंट करती है। यह सात राज्यों में संचालित होती है और इसके पास 14 विभिन्न निर्माताओं के टर्बाइनों के मेंटिनेंस का अनुभव है।
एक साल में 300% रिटर्न देने वाली कंपनी पहली बार बनी 1 लाख करोड़ रुपये की, बहुत बड़े प्लान का किया है ऐलान #TrendingStocks #stockstofocus #stocksinnews #suzlonenergy #MarketUpdates #businessstandardhindi https://t.co/c6tWF4oBwV
— Business Standard Hindi (@bshindinews) August 9, 2024
सुजलॉन दो दशकों से अधिक समय से लीडिंग ग्लोबल एनर्जी सॉल्यूशंस प्रोवाइडर कंपनी हैसुजलॉन ग्रुप की स्थापना 1995 में हुई थी। कंपनी छह महाद्वीपों के 17 देशों में काम करती है और इसने 19.1 गीगावॉट से अधिक विंड एनर्जी स्थापित की है। कंपनी सुजलॉन एनर्जी लिमिटेड सहित अलग-अलग सब्सिडियरी कंपनियों की मालिक है। यह कार्बन-न्यूट्रल प्रोसेस, मजबूत सोलर एनर्जी क्षमताओं पर फोकस कर रही है और विंड-सोलर हाइब्रिड सॉल्यूशंस पेश करने की योजना बना रही है।