Defence stock: पारस डिफेंस एंड स्पेस टेक्नोलॉजीज (Paras Defence) के शेयर सोमवार को बीएसई पर दिन के कारोबार में 8% उछलकर 1,943.60 रुपये के नए ऑल टाइम हाई पर पहुंच गए। जबकि इसकी तुलना में बाजार का माहौल कमजोर बना हुआ है। यह लगातार पांचवां दिन है जब कंपनी के शेयर चढ़े हैं। एक हफ्ते में शेयर 41% तक चढ़ चुका है। 7 अप्रैल 2025 को छुए गए 802 रुपये के निचले स्तर से अब तक शेयर में 142% की जबरदस्त बढ़त दर्ज हो चुकी है।
पारस डिफेंस (Paras Defence) का शेयर सुबह 9:42 बजे 1,857.30 रुपये पर कारोबार कर रहा था, जो 3% की बढ़त थी। जबकि इसी समय बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) में 0.14% की गिरावट देखी गई।
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पारस डिफेंस शेयरों में तेजी की वजह?
पारस डिफेंस के शेयरों में तेजी की वजह देश में डिफेंस इक्विपमेंट्स के आयात को घटाने, घरेलू स्तर पर प्रोडक्शन बढ़ाने और रक्षा क्षेत्र से जुड़े निर्यात में वृद्धि है। इससे डिफेंस पीएसयू कंपनियों को देश के भीतर से अधिक ऑर्डर मिलने लगे हैं। सरकार की आत्मनिर्भरता की नीति, डीआरडीओ की इनोवेटिव योजनाएं और वैश्विक साझेदारियों के चलते रक्षा क्षेत्र में स्वदेशीकरण को बढ़ावा मिल रहा है। इसका सीधा लाभ पब्लिक सेक्टर और प्राइवेट दोनों तरह की डिफेन्स कंपनियों को मिल रहा है।
पारस डिफेंस ने 5 मई 2025 को घोषणा की कि उसने इज़राइल की कंपनी हेवनड्रोन (HevenDrones) के साथ एक रणनीतिक जॉइंट वेंचर (JV) बनाया है। हेवनड्रोन, अमेरिका स्थित ग्लोबल कंपनी हेवन की इंडिपेंडेंट सब्सिडियरी है। यह हाइड्रोजन से चलने वाले, ऑटोनॉमस और मिशन-स्पेसिफिक ड्रोन्स के लिए जानी जाती है। पारस डिफेंस एडवांस ऑप्टिक्स, मैकेनिकल डिज़ाइन और अत्याधुनिक रक्षा समाधान प्रदान करने में एक्सपर्टीज रखती है।
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पारस डिफेन्स का वित्त वर्ष 2024-25 में मुनाफ़ा सालाना आधार पर लगभग दोगुना हो गया। वहीं, कंपनी के रेवेन्यू में मार्च तिमाही में 35.8 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। कंपनी की आर्डर बुक 900 करोड़ रुपये के पार हो गई है। इससे कंपनी का मुनाफे में इजाफा हुआ है।
पारस डिफेंस के बोर्ड ने 30 अप्रैल, 2025 को 10 रुपये फेस वैल्यू वाले मौजूदा एक इक्विटी शेयर को 5 रुपये के फेस वैल्यू वाले दो इक्विटी शेयरों में सब-स्प्लिट/डिवाइड को मंजूरी दे दी।