Defence Stocks: मल्टीबैगर डिफेंस स्टॉक अपोलो माइक्रो सिस्टम्स के शेयर बुधवार (28 मई) को इंट्राडे ट्रेड में 18 फीसदी से ज्यादा चढ़कर नए ऑल टाइम रिकॉर्ड लेवल पर पहुंच गए। कंपनी के शेयरों में यह तेजी 114 करोड़ रुपये का बड़ा एक्सपोर्ट आर्डर मिलने के चलते आई है। इसी के साथ, पिछले दो ट्रेडिंग सेशन में स्मॉलकैप एयरोस्पेस और डिफेंस कंपनी के शेयर की कीमत में 32 फीसदी का उछाल आ गया है। वहीं, मई 2025 के महीने में शेयर अब तक 57 फीसदी चढ़ गया है।
अपोलो माइक्रो सिस्टम्स के शेयर दोपहर 1:50 बजे 14.60 प्रतिशत बढ़कर 178.55 रुपये पर कारोबार कर रहा था। जबकि बीएसई सेंसेक्स 0.18 प्रतिशत नीचे ट्रेड कर रहा था। काउंटर पर औसत ट्रेडिंग वॉल्यूम दो गुना से अधिक बढ़ गया। अपोलो माइक्रो सिस्टम्स की कुल इक्विटी का 19.5 प्रतिशत प्रतिनिधित्व करने वाले कुल 5.97 करोड़ इक्विटी शेयरों ने एनएसई और बीएसई पर लेनदेन हुआ।
अपोलो माइक्रो सिस्टम्स ने एक्सचेंज फाईलिंग में बताया कि अपने कारोबार के सामान्य क्रम में कंपनी को एवियोनिक सिस्टम के विकास के लिए 13,366,500 डॉलर (लगभग ₹113.81 करोड़ के बराबर) वैल्यू का एक्सपोर्ट ऑर्डर मिला है।
फाईलिंग के अनुसार, यह ऑर्डर नागरिक और सैन्य विमान इक्विपमेंट में इस्तेमाल किए जाने वाले एडवांस एवियोनिक्स सिस्टम के विकास से संबंधित है। हालांकि, सौदा संवेदनशील प्रकृति का होने के कारण ज्यादा जानकारी नहीं दी जा सकती है।
इस बीच 5 मई 2025 को अपोलो माइक्रो सिस्टम्स की सब्सिडियरी कंपनी अपोलो डिफेंस इंडस्ट्रीज ने आईडीएल एक्सप्लोसिव्स में 100 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदने के लिए शेयर खरीद समझौता (एसपीए) किया। सौदे की कुल कीमत 107 करोड़ रुपये है। यह पूरी तरह से नकद लेनदेन था।
ब्रोकरेज फर्म चॉइस ब्रोकिंग ने अपोलो माइक्रो सिस्टम्स (Apollo Micro Systems) पर अपनी रेटिंग को ‘BUY’ पर ही बरकरार रखा है। ब्रोकरेज ने स्टॉक पर टारगेट प्राइस को बढ़ाकर 200 रुपये कर दिया है। पहले यह 156 रुपये था। इस तरह, स्टॉक 45% का अपसाइड दे सकता है। अपोलो माइक्रो सिस्टम्स के शेयर सोमवार को 139 रुपये पर बंद हुए।
स्टॉक के प्रदर्शन पर नजर डाले तो यह एक हफ्ते में करीब 15 प्रतिशत चढ़ गया है। एक महीने में शेयर में करीब 40% की तेजी आई है। तीन महीने में शेयर 34.16% और छह महीने में 62.26% दौड़ा है। एक साल में स्टॉक ने 38.73%, दो साल में 340.94% और पांच साल में 1800% का तगड़ा रिटर्न दिया है। बीएसई पर कंपनी का मार्केट कैप 4,715.34 करोड़ रुपये है।
अपोलो माइक्रो सिस्टम्स का जनवरी-मार्च तिमाही में कंसोलिडेट नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर 8 फीसदी बढ़कर 13.96 करोड़ रुपये हो गया। हालांकि, तिमाही आधार पर कंपनी का मुनाफा 23% घट गया। दिसंबर तिमाही में यह 18.23 करोड़ रुपये था। कंपनी की कुल रेवेन्यू इस दौरान 19 फीसदी बढ़कर 161.77 करोड़ रुपये हो गया। एक साल पहले की समान तिमाही में यह 135.44 करोड़ रुपये था।
इस बीच, अपोलो माइक्रो सिस्टम्स के निदेशक मंडल की बैठक बुधवार, 28 मई 2025 को आयोजित की जाएगी। इसमें वित्त वर्ष 25 के लिए कंपनी के इक्विटी शेयरों पर अंतिम डिविडेंड की सिफारिश पर विचार किया जाएगा। यह आगामी वार्षिक आम बैठक में शेयरहोल्डर्स की मंजूरी के अधीन होगा।