Defence PSU Stocks: पाकिस्तान के साथ तनाव के बाद भारतीय डिफेन्स कंपनियों के शेयर फोकस में है। भारत डायनामिक्स और भारत इलेक्ट्रॉनिक्स समेत कई डिफेन्स कंपनियों के शेयर मंगलवार (13 मई) को 8 फीसदी तक चढ़ गए। पिछले महीने यानी अप्रैल में भी डिफेन्स कंपनियों के शेयरों में जोरदार तेजी देखने को मिली है। डिफेन्स स्टॉक में हालिया तेजी मुख्य रूप से पश्चिमी सीमा पर बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव और सरकार की तरफ से 54,000 करोड़ के ऑर्डर को मंजूरी देने के कारण आई है। हालांकि, इससे पहले जुलाई 2024 से मार्च 2025 के बीच डिफेंस शेयरों में कीमतों में प्राइस करेक्शन देखा गया था।
इस बीच ब्रोकरेज फर्म एंटिक ब्रोकिंग ने निवेश के लिहाज मज़गांव डॉक (Mazagon Dock) और गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स (GRSE) पर खरीदारी की सलाह दी है। वहीं, कोचीन शिपयार्ड (Cochin Shipyard) पर रेटिंग थोड़ी नरम की है।
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टारगेट प्राइस 3,433|
रेटिंग BUY|
अपसाइड 18%|
टारगेट प्राइस ₹1,481| रेटिंग HOLD|
टारगेट प्राइस ₹2,024| रेटिंग BUY| अपसाइड 11%|
ब्रोकरेज ने मझगांव डॉक और गार्डन रीच पर अपना सकारात्मक रुख बनाए रखा है। हालांकि, कोचीन शिपयार्ड के लिए आउटलुक दूसरे स्वदेशी विमानवाहक पोत (IAC-II) के ऑर्डर पर निर्भर है। पोत की तात्कालिकता और विशिष्टताओं के बारे में चल रही अनिश्चितता के कारण, एंटीक ने स्टॉक पर अपना रुख नरम कर लिया है।
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एंटीक ने कहा कि डिफेन्स वॉरशिप्स के लिए खरीदारी पाइपलाइन महत्वपूर्ण है। हालांकि यह अक्सर कई वर्षों की देरी से प्रभावित होती है। उद्योग से मिली जानकारी के आधार पर एंटीक ने कहा कि उसे FY26-27 के दौरान 2,12,000 करोड़ रुपये के महत्वपूर्ण बड़े ऑर्डरों पर अच्छा विश्वास और आउटलुक है। कुल मिलाकर, FY26-27 में 2,35,400 करोड़ रुपये के ऑर्डर हैं, जो तीन सूचीबद्ध रक्षा शिपयार्ड्स के संयुक्त ऑर्डर बुक का 3.1 गुना है।
एंटीक ने कहा कि रक्षा मंत्रालय (DAC) मझगांव डॉक के साथ तीन कलवरी-क्लास पनडुब्बियों के लिए एक पुनः ऑर्डर देने की योजना बना रहा है। यह ऑर्डर नामित आधार पर होगा। ऑर्डर का मूल्य लगभग 36,000 करोड़ रुपये हो सकता है और यह FY26 में दिया जा सकता है। इसके अलावा P75I योजना के तहत छह पारंपरिक पनडुब्बियों का निर्माण किया जाएगा। P75I का ऑर्डर प्रतिस्पर्धी बोली पर आधारित होगा। इस ऑर्डर का मूल्य आज की कीमतों पर लगभग 70,000 करोड़ रुपये हो सकता है।