Share Market Closing Bell: वैश्विक बाजारों में मजबूती से पॉजिटिव साइन लेते हुए घरेलू शेयर बाजार हफ्ते के पहले ट्रेडिंग सेशन यानी सोमवार (17 मार्च) को बढ़त में बंद हुए। फाइनेंशियल और ऑटो सेक्टर के स्टॉक्स में तेजी बाजार को समर्थन मिला।
तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) आज 73,830 अंक के स्तर पर लगभग सपाट खुला। हालांकि, कारोबार के दौरान यह 500 से ज्यादा अंक चढ़ गया था। अंत में सेंसेक्स 341.04 अंक या 0.46% की बढ़त लेकर 74,169 पर बंद हुआ।
इसी तरह, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी 50 इंडेक्स भी 22,500 के मनोवैज्ञानिक स्तर को पार करने में कामयाब रहा। कारोबार के दौरान यह 22,577 अंक के इंट्रा-डे हाई तक चला गया था। अंत में निफ्टी 111.55 अंक या 0.5% चढ़कर 22,508 पर क्लोज हुआ।
सेंसेक्स की 30 कंपनियों में बजाज फिनसर्व 3.6 प्रतिशत बढ़कर 1,871 रुपये पर बंद हुआ। महिंद्रा एंड महिंद्रा, एक्सिस बैंक और बजाज फाइनेंस में भी करीब 2 प्रतिशत की तेजी आई। इसके अलावा अदानी पोर्ट्स, जोमैटो, आईसीआईसीआई बैंक, सन फार्मा, अल्ट्राटेक सीमेंट, टाटा मोटर्स और टाटा स्टील भी बढ़त में रहे।
दूसरी तरफ, आईटीसी में 1 फीसदी की गिरावट आई। साथ ही नेस्ले इंडिया, एसबीआई और रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) के शेयर गिरावट में बंद हुए।
1. वैश्विक बाजारों में तेजी का असर भारतीय शेयर बाजार में भी देखने की मिला। अमेरिकी शेयर बाजार शुक्रवार को तेजी के साथ बंद हुए थे। इसका असर एशियाई बाजारों समेत घरेलू बाजारों में भी देखने को मिला।
2. इसके अलावा निचले स्तरों पर खरीद के साथ चुनिंदा शेयरों में खरीदारी के कारण फाइनेंशियल सेक्टर में तेजी ने बेंचमार्क इंडेक्स निफ्टी और सेंसेक्स को ऊपर की तरफ खींचा। निफ्टी की वृद्धि में फाइनेंशियल सेक्टर का लगभग दो-तिहाई योगदान रहा।
Geojit Financial Services के रिसर्च प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ”हेल्थकेयर और फाइनेंशियल सेक्टर के मजबूत प्रदर्शन के कारण सकारात्मक ट्रेडिंग सेशन दर्ज किया गया। हालांकि, टैरिफ से जुड़ी अनिश्चितताओं के चलते घरेलू निवेशकों की भागीदारी कम रही। इससे निकट भविष्य में बाजार सीमित दायरे में उतार-चढ़ाव कर सकता है।”
उन्होंने कहा, ”कंपनियों की इनकम में वृद्धि के संकेत मिलने पर ही बाजार में निर्णायक गति देखने को मिलेगी। हालांकि, घरेलू आर्थिक संकेतकों में सुधार संभावित रिकवरी का संकेत दे रहा है।”
नायर के अनुसार, निवेशक अमेरिकी फेडरल रिजर्व (Fed) और बैंक ऑफ जापान (BOJ) की आगामी बैठकों पर पैनी नजर बनाए हुए हैं। महंगाई जोखिम और टैरिफ अनिश्चितताओं के कारण नीतिगत रुख में बदलाव की संभावना कम मानी जा रही है। संभावना है कि बाजार निकट भविष्य में सतर्कता के साथ आगे बढ़ेगा और आर्थिक सुधार से लंबी अवधि में स्थिरता आने की उम्मीद है।”