Stock Maeket: पांच दिन तक नुकसान झेलने के बाद बेंचमार्क सूचकांकों में खासी तेजी आई। इसे वैश्विक बिकवाली में नरमी के बीच विदेशी निवेश निकासी में बदलाव से सहारा मिला। बाजारों में व्यापक खरीदारी देखने को मिली और भारत का बाजार पूंजीकरण 7 लाख करोड़ रुपये बढ़कर 457 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
बाजार के प्रतिभागियों ने कहा कि बाजार में उछाल इस बात का संकेत हो सकता है कि निवेशक पूंजी बाजार पर बढ़े कर को लेकर उपजी निराशा से बाहर निकल चुके हैं और आर्थिक कारकों मसलन सुधरे हुए वृद्धि परिदृश्य और केंद्रीय बैंकों की तरफ से जल्द ब्याज घटाए जाने की उम्मीद कर रहे हैं।
निफ्टी 1.7 फीसदी यानी 429 अंक चढ़कर 24,835 पर बंद हुआ जो नया रिकॉर्ड है। सेंसेक्स ने 1,293 अंकों की बढ़त के साथ 81,333 पर कारोबार की समाप्ति की। दोनों ही सूचकांकों में 7 जून के बाद सबसे बड़ी एकदिवसीय बढ़त हुई।
ताजा तेजी से बाजारों को नुकसान से उबरने में मदद मिली और लगातार आठवीं साप्ताहिक बढ़त सीमित करने में मदद मिली। सेंसेक्स के लिए जनवरी 2021 के बाद की बढ़त का सबसे लंबा सिलसिला है जबकि निफ्टी के लिए जनवरी 2019 के बाद का। हफ्ते के दौरान सेंसेक्स 0.9 फीसदी चढ़ा जबकि निफ्टी में 1.2 फीसदी का इजाफा हुआ।
देसी और विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक क्रमश: 2,744 करोड़ रुपये और 2,546 करोड़ रुपये के शुद्ध खरीदार रहे। पिछले तीन कारोबारी सत्रों में FPI ने अल्पावधि और दीर्घावधि पूंजीगत लाभ कर में इजाफे के बीच करीब 7,500 करोड़ रुपये की निकासी की है।