अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के शुल्क लगाने की चेतावनी को लेकर चिंता के बीच बेंचमार्क सूचकांकों में आज लगातार चौथे दिन गिरावट रही और दोनों सूचकांक आठ महीने के निचले स्तर पर बंद हुए।
सेंसेक्स 425 अंक टूटकर 75,311 पर बंद हुआ, जो 6 जून, 2024 के बाद इसका सबसे निचले स्तर है। निफ्टी भी 117 अंक के नुकसान के साथ 22,796 पर बंद हुआ, जो 5 जून, 2024 के बाद सबसे निचला स्तर है। दोनों सूचकांक लगातार दूसरे हफ्ते नुकसान में रहे। इस हफ्ते सेंसेक्स 0.8 फीसदी और निफ्टी 0.6 फीसदी नीचे बंद हुआ। दो दिन लाभ में रहने के बाद निफ्टी मिडकैप में 1.3 फीसदी और स्मॉलकैप में 1.1 फीसदी गिरावट दर्ज की गई। बंबई स्टॉक एक्सचेंज पर सूचीबद्ध कंपनियों का कुल बाजार पूंजीकरण 2.6 लाख करोड़ रुपये घटकर 402 लाख करोड़ रुपये रह गया।
शुल्क पर ट्रंप की ताजा घोषणाओं से भारत सहित दुनिया भर के बाजारों में उठापटक देखी जा रही है। ट्रंप ने वाहन, सेमीकंडक्टर और फार्मास्युटिकल आयात पर करीब 25 फीसदी शुल्क लगाने की मंशा जाहिर की है। शुल्क की औपचारिक घोषणा 2 अप्रैल को की जा सकती है।
शुल्क लगाए जाने से भारतीय दवा कंपनियों का अमेरिका में निर्यात के प्रभावित होने की आशंका से निफ्टी फार्मा और निफ्टी हेल्थकेयर सूचकांक में 2-2 फीसदी की गिरावट आई।
पिछले साल अक्टूबर से ही बाजार में दबाव दिख रहा है। सितंबर और दिसंबर तिमाही के नतीजे कमजोर रहने, मांग में सुस्ती और रुपये में नरमी से बाजार में गिरावट का रुख बना हुआ है। चीन में अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए प्रोत्साहन उपायों की घोषणा और अमेरिका की नीतियों में बदलाव के मद्देनजर विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों की भारी बिकवाली कर रहे हैं, जिससे गिरावट में तेजी आई है।
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने 3,450 करोड़ रुपये की शुद्ध बिकवाली की। इस साल अभी तक उन्होंने 1 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की बिकवाली की है। वाहन और बैंकिंग शेयरों में आज खूब बिकवाली हुई। सेंसेक्स में सबसे ज्यादा 6.1 फीसदी गिरावट महिंद्रा ऐंड महिंद्रा के शेयर में देखी गई। आईसीआईसीआई बैंक 1.4 फीसदी नुकसान में रहा।
अल्फानीति फिनटेक के सह-संस्थापक यूआर भट्ट ने कहा, ‘ट्रंप एक विलक्षण राजनेता हैं और उनकी घोषणाएं बाजार में उथलपुथल मचाती हैं। अमेरिकी व्यापार नीति पर स्पष्टता आने तक बिकवाली जारी रहेगी। यूरोप और पश्चिम एशिया में भू-राजनीतिक तनाव खत्म होने से सुधार का मौका दिख सकता है।’
मोतीलाल ओसवाल फाइनैंशियल सर्विसेज में शोध प्रमुख (वेल्थ मैनेजमेंट) सिद्धार्थ खेमका ने कहा, ‘आने वाले सप्ताह में निफ्टी पर दबाव रहेगा। वैश्विक बाजार के मिलेजुले संकेतों, अमेरिकी व्यापार नीति और रूस-यूक्रेन युद्ध पर भी बाजार की नजर रहेगी।’
बंबई स्टॉक एक्सचेंज पर 2,304 शेयर नुकसान में और 1,652 लाभ में रहे। विशेषज्ञों का कहना है कि अमेरिकी व्यापार नीति और भू-राजनीतिक घटनाक्रम निकट भविष्य में बाजार की दिशा तय करेंगे।