भारतीय रिजर्व बैंक ने अस्बा (ऐप्लिकेशन सपोर्टेड बाय ब्लॉक्ड अकाउंट) डेजिग्नेटेड सभी बैंक शाखाओं को रविवार को अपनी शाखा खोलने का निर्देश दिया है ताकि भारतीय जीवन बीमा निगम के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम के लिए बोली लगाने में किसी तरह की परेशानी न हो।
आरबीआई ने एक परिपत्र में कहा है, एलआईसी के आईपीओ में बोली लगाने की सुविधा देने के लिए भारत सरकार ने अस्बा डेजिग्नेटेड सभी बैंक शाखाओं को एलआईसी आईपीओ के अस्बा आवेदन की प्रोसेसिंग के लिए अपनी शाखाएं रविवार 8 मई को खोलने का अनुरोध किया है। इस मामले की जांच की गई और फैसला लिया गया है कि बैंक अपनी-अपनी अस्बा डेजिग्नेटेड शाखाएं इस मकसद के लिए 8 मई को खोल सकती हैं।
अस्बा एक तरह की व्यवस्था है, जिसके जरिये निवेशक किसी सार्वजनिक निर्गम में शेयरों के लिए आवेदन करते हैं। दिलचस्प रूप से यह आईपीओ सप्ताहांत में भी आवेदन के लिए खुला रहेगा क्योंंकि सरकार बाजार से बड़ी रकम जुटाने जा रही है।
एलआईसी का आईपीओ बुधवार को खुला और पहले दिन 67 फीसदी आवेदन मिले, जिसमें उसे पॉलिसीधारकों, कर्मचारियों व खुदरा निवेशकों का समर्थन मिला। यह इश्यू 9 मई तक खुला रहेगा।
ताजा आंकड़े बताते हैं कि आईपीओ को 73 फीसदी आवेदन मिल चुके हैं और पॉलिसीधारकों की श्रेणी में 2.2 गुना और कर्मचारियों के लिए आरक्षित श्रेणी में 1.39 गुना आवेदन मिले जबकि खुदरा श्रेणी में 0.67 फीसदी आवेदन हासिल हुए।
बीमा दिग्गज ने सोमवार को एंकर निवेशकों से 5,627 करोड़ रुपये जुटाए और इसकी 71 फीसदी रकम देसी म्युचुअल फंडों से मिली। बीमा कंपनी ने 123 निवेशकों को 949 रुपये प्रति शेयर पर करीब 5.93 करोड़ शेयर आवंटित किए।