तेल की कीमतें बढ़ने का असर बुधवार को शेयर बाजार पर जमकर दिखा और कारोबार के आखिरी दो घंटों में बाजार में बिकवाली करने के लिए भगदड़ सी मची रही।
इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय बाजारों की कमजोरी ने भी आग में घी का काम किया। सुबह सेंसेक्स 30 अंक तेज होकर 15,993 अंकों पर खुला था लेकिन तेल की कीमतें बढ़ने के बाद तुरंत ही नीचे आ गया। इसके अलावा बाजार को शुक्रवार को आने वाले महंगाई के आंकड़ों का भी डर है।
बाजार को लग रहा है कि महंगाई अभी और बढ़ेगी। इन्ही चिंताओं से सेंसेक्स कुल 448 अंकों की गिरावट के साथ 15,515 अंकों पर बंद हुआ जबकि निफ्टी 130 अंक टूटकर 4586 पर पहुंच गया।
सेंसेक्स के गिरने वाले शेयरों की बात की जाए तो अंबुजा सीमेन्ट्स 5.5 फीसदी गिरकर 87 रुपए पर आ गया जबकि टाटा स्टील 5.4 फीसदी की कमजोरी लेकर 816 पर आ गया। इसके अलावा एचडीएफसी बैंक 5.2 फीसदी फिसलकर 1216 पर, मारुति और बीएचईएल 5-5 फीसदी की कमजोरी लेकर क्रमश: 746 और 1471 रुपए पर बंद हुए।
रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर और टाटा मोटर्स भी 4.9 फीसदी की गिरावट के साथ क्रमश: 746 और 1471 पर आ गए। डीएलएफ भी 4.7 फीसदी की गिरावट के साथ 555 पर आ गया जबकि रिलायंस 4.1 फीसदी फिसलकर 2307 रुपए पर आ टिका। इनके अलावा जयप्रकाश एसोसिएट्स, महिन्द्रा ऐंड महिन्द्रा और स्टेट बैंक 4-4 फीसदी गिरकर क्रमश: 198, 568 और 1332 रुपए पर बंद हुए।
ऐसी ताबड़तोड़ गिरावट वाले बाजार में केवल तेल मार्केटिंग कंपनियों के शेयर ही खुश दिखे और सेंसेक्स के शेयरों में ओएनजीसी इस खबर से 5.3 फीसदी तेज होकर 887 रुपए पर बंद हुआ। सेक्टर की बात की जाए तो तेल और गैस का इंडेक्स 3.39 फीसदी गिरा जबकि रियालिटी शेयरों का इंडेक्स 5.01 फीसदी टूटकर बंद हुआ।
इनके अलावा मेटल इंडेक्स में 4.98 फीसदी, ऑटो सेक्टर में 3.31 फीसदी, पावर सेक्टर में 4.42 फीसदी , कैपिटल गुड्स में 3.24 फीसदी, बैंकेक्स में 2.53 फीसदी और आईटी सेक्टर में 2.54 फीसदी की गिरावट रही। टर्नओवर की बात करें तो गुरुवार को लिस्ट हुए शेयरों में सबसे ज्यादा कारोबार हुआ। पहले दिन ही अनु लैब के शेयरों में सबसे ज्यादा 452.66 करोड़ रुपए का कारोबार हुआ जबकि गोकुल रिफॉयल (गुरुवार को लिस्ट हुआ) में 438 करोड़ का कारोबार हुआ।