रिलायंस इंडस्ट्रीज (आरआईएल) का शेयर आज दिन के कारोबार में बीएसई पर 7.2 प्रतिशत की नई ऊंचाई के साथ 2,905 रुपये पर पहुंच गया। इस तेजी की वजह से कंपनी का बाजार पूंजीकरण 19.5 लाख करोड़ रुपये के पार पहुंच गया है।
इससे पहले आरआईएल का 15 जनवरी, 2024 को 2,792.65 रुपये का अपना पिछला सर्वाधिक ऊंचा स्तर था। यह आखिर में 6.8 प्रतिशत की तेजी के साथ 2,896 रुपये पर बंद हुआ, जबकि सेंसेक्स 1.7 प्रतिशत चढ़कर बंद हुआ। आरआईएल ने 10 सितंबर 2020 के बाद अपने एक दिन की सबसे बड़ी तेजी दर्ज की है।
बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) पर मौजूद आंकड़ों से पता चलता है कि बंद भाव के हिसाब से आरआईएल का बाजार पूंजीकरण 19.59 लाख करोड़ रुपये हो गया है। दिन के कारोबार में कंपनी का बाजार पूंजीकरण 19.65 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया था और यह 20 लाख करोड़ रुपये के लक्ष्य से महज 2 प्रतिशत दूर है।
कंपनी ने 20 जुलाई 2023 को वित्तीय सेवा व्यवसाय (जियो फाइनैंशियल सर्विसेज) को अलग करने के बाद पहली बार यह आंकड़ा छुआ है। इस समय जियो फाइनैंशियल का बाजार पूंजीकरण 1.59 लाख करोड़ रुपये है। इससे पहले, 19 जुलाई 2023 को आरआईएल का बाजार पूंजीकरण 19.21 लाख करोड़ रुपये की ऊंचाई पर पहुंचा था।
पिछले तीन महीनों में, आरआईएल ने 28 प्रतिशत की तेजी दर्ज की है, जबकि सेंसेक्स इस अवधि में 13 प्रतिशत चढ़ा। वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही में आरआईएल का समेकित शुद्ध लाभ एक साल पहले के मुकाबले 9.3 प्रतिशत बढ़कर 17,265 करोड़ रुपये रहा जबकि उसका राजस्व 3.9 प्रतिशत बढ़कर 2.25 लाख करोड़ रुपये हो गया।
एबिटा एक साल पहले की तुलना में 16.7 प्रतिशत तक बढ़कर 44,678 करोड़ रुपये रहा। आरआईएल ने कहा है कि रिटेल और तेल एवं गैस खंड के मजबूत प्रदर्शन, डिजिटल सेवा तथा ओ2सी में तेजी से आय वृद्धि को मदद मिली है।
कंपनी प्रबंधन का मानना है कि ओ2सी व्यवसाय का परिदृश्य मजबूत बना हुआ है। हालांकि ओपेक+ की कटौती और भूराजनीतिक तनाव की वजह से उतार-चढ़ाव बना रहेगा।
इंटरनैशनल एनर्जी एजेंसी (आईईए) के अनुमानों के अनुसार वैश्विक तेल मांग मजबूत रहने का अनुमान है। मोतीलाल ओसवाल फाइनैंशियल सर्विसेज ने अपने रिजल्ट अपडेट में कहा, ‘कैलेंडर वर्ष 2024 के लिए वैश्विक तेल मांग 10.3 करोड़ बैरल प्रति दिन रहने की संभावना है। ओपेक+ की उत्पादन कटौती और भूराजनीतिक टकराव से कीमतें और मार्जिन ऊपर बने रह सकते हैं।’ ब्रोकरेज फर्म ने 3,130 रुपये के कीमत लक्ष्य के साथ आरआईएल को ‘खरीदें’ रेटिंग दी है।
पिछली 6 तिमाहियों में जियो की ग्राहक वृद्धि की रफ्तार भी मजबूत रही है। हालांकि दर वृद्धि के अभाव में प्रति उपयोगकर्ता औसत राजस्व (एआरपीयू) सुस्त है। एमके ग्लोबल फाइनैंशियल सर्विसेज के विश्लेषकों को रिलायंस जियो के लिए मजबूत ग्राहक वृद्धि का अनुमान है, क्योंकि कंपनी को अपनी योजनाओं के प्रतिस्पर्धी मूल्य निर्धारण, 5जी की पेशकश और आकर्षक कीमत पर जियोभारत फोन से मदद मिल सकती है।