रिलायंस म्युचुअल फंड प्रबंधनाधीन परिसंपत्ति (प्रबंधनाधीन परिसंपत्ति)के मामले में एक लाख करोड़ रुपये केस्तर को छूने वाला पहला म्युचुअल फंड हाउस बन गया है।
कई बड़ी म्युचुअल फंड स्कीम की सफलता ने फंड हाउस को इस स्तर पर पहुंचने में मदद दी। रिलायंस म्युचुअल फंड के पास ग्रोथ फंड, डाइवर्सीफाइड पावर सेक्टर फंड और नेचुरल रिसोर्सेज जैसे कई बड़े फंड हैं जिन्होंनें फंड हाउस की परिसंपत्ति को बढ़ाने में मद्द की।
इसके पहले अनिल धीरु भाई अंबानी के स्वामित्व वाले इस फंड हाउस ने दो नये म्युचुअल फंड जारी किये थे जिसमें 5,660 करोड़ रुपये जुटाने वाला रिलायंस नैचुरल रिर्सोसेज फंड और रिलायंस इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम सीरीज फर्स्ट है। इन फंडों की क्लोजिंग मार्च में हुई और फंड हाउस ने अभी तक इनके द्वारा संग्रहित कोष को प्रकाशित नहीं किया है।
इस दौरान इस उद्योग की औसत एयूएम केऊंचे रहने के आसार हैं क्योंकि इस समय लिक्विडिटी की कोई समस्या नहीं है। रिलायंस म्युचुअल फंड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विक्रांत गुगनानी का कहना है कि पिछले चार सालों में हमनें अपने निवेशकों की संख्या 40,000 से बढ़ाकर 70 लाख तक पहुंचाई है और हमारी उपस्थिति 1,200 से ज्यादा शहरों में है।
एनएफओ ने निवेशकों को हमारे फंड में निवेश करने के लिये आकर्षित किया है। हम फंडों के बेहतर संचालन के लिये 30 दिनों के आधार पर कार्य कर रहें हैं। हम एक साल में दो एनएफओ की रणनीति पर गौर कर रहे हैं।