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करमुक्त लाभांश से निवेशकों को लुभा रहे रीट

Published by
बीएस संवाददाता
Last Updated- December 12, 2022 | 3:47 AM IST

ब्रुकफील्ड इंडिया रीट (रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट) और एम्बैसी ऑफिस पाक्र्स रीट ने आने वाले वर्षों में ऊंचे प्रतिफल के साथ निवेशकों को आकर्षित करने के लिए अधिक करमुक्त लाभांश और पूंजीगत रिटर्न की पेशकश करने की योजना बनाई है।
माइंडस्पेस रीट पहले से ही करमुक्त लाभांश के रूप में 90 फीसदी से अधिक रिटर्न वितरित करता है जबकि एम्बैसी और ब्रुकफील्ड ने अपने निवेशकों के लिए लाभांश एवं पूंजीगत रिटर्न में करमुक्त हिस्से को बेहतर करने संबंधी उपायों की घोषणा की है। वे अपने मुनाफे का 90 फीसदी तक लाभांश के रूप में अपने निवेशकों के बीच वितरित कर सकते हैं।
आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज के उपाध्यक्ष (इक्विटी अनुसंधान) अधिदेव चट्टोपाध्याय ने कहा कि एम्बैसी रीट के लिए दिसंबर 2020 में टेकविलेज संपत्ति में निवेश के साथ ही वित्त वर्ष 2021-22 से एम्बैसी मान्यता के ढांचे को सरल बनाने से वित्त वर्ष 2022-23 के लिए पूंजीगत रिटर्न के साथ करमुक्त लाभांश की हिस्सेदारी 70 फीसदी तक बढ़ सकती है।
ब्रुकफील्ड रीट के लिए प्रबंधक ने कैंडोर कोलकाता विशेष उद्देशीय कंपनी में अब 1,010 करोड़ रुपये के अंकित मूल्य वालेअनिवार्य परिवर्तनीय डिबेंचर (सीसीडी) को इक्विटी में बदल दिया है। चट्टोपाध्याय ने उम्मीद जताई है कि वित्त वर्ष 2022 में पूंजीगत रिटर्न और करमुक्त लाभांश के रूप में 30 फीसदी वितरण किया जा सकेगा जबकि पहले यह आंकड़ा महज 15 फीसदी था।
ब्रुकफील्ड इंडिया रीट ने अपनी एक हालिया प्रस्तुति में कहा है, ‘हमने अपनी सोच के अनुरूप अपने वितरण की कर कुशलता बढ़ाने और निवेशकों के लिए इसे कहीं अधिक आकर्षक बनाने के लिए कदम उठाए हैं। वितरण में भविष्य की वृद्धि से करमुक्त प्रतिशत में और इजाफा होगा।’
एम्बैसी रीट के मुख्य कार्याधिकारी माइक हॉलैंड ने कहा कि अपने वितरण में कर कुशलता बढ़ाने और यूनिटधारकों के लिए कुल मिलाकर कर पश्चात वितरण प्रतिफल को बेहतर करने के लिए इस रीट ने अपनी कई पोटफोलियो परिसंपत्तियों के स्वामित्व को पुनर्गठित कर युक्तिसंगत बनाया है। उन्होंने कहा कि एम्बैसी मान्यता के धारिता ढांचे को सरल बनाने से वित्त वर्ष 2021 की चौथी तिमाही के लिए वितरण में करमुक्त घटक को 78 फीसदी तक बढ़ाया गया है। इसके अलावा नई अधिग्रहीत एम्बैसी टेकविलेज परिसंपत्तियों के लिए भी यही प्रक्रिया शुरू की गई है जिसे सितंबर तक पूरी होने की उम्मीद है।
चट्टोपाध्याय का मानना है कि ब्रुकफील्ड इंडिया रीट का प्रतिफल वित्त वर्ष 2021 में 6.5 फीसदी से बढ़कर वित्त वर्ष 2023 में 9.1 फीसदी हो जाएगा। ब्रुकफील्ड ने इस पर टिप्पणी करने से इनकार किया।
एम्बैसी रीट का प्रतिफल वित्त वर्ष 2021 में 6.7 फीसदी से बढ़कर वित्त वर्ष 2023 में 7.8 फीसदी होने का अनुमान है।
ईवाई इंडिया के पार्टनर (निजी ग्राहक सेवा- रियल एस्टेट) माधव पोद्दार ने कहा कि रीट के लिए मौजूदा कर ढांचा लाभांश और राजस्व अथवा आय के इतर रकम के करमुक्त वितरण की अनुमति देता है। उन्होंने कहा, ‘इससे रीट अपने यूनिटधारकों के लिए अधिक वितरण सुनिश्चित करने में समर्थ है। रीट में निवेशक नियमित आय की उम्मीद करते हैं। यदि रीट अपने निवेशकों के लिए उच्च वितरण सुनिश्चित करने में समर्थ है तो वह निश्चित तौर पर निवेशकों के लिए अधिक फायदेमंद है।’
एनारॉक कैपिटल के प्रबंध निदेशक एवं सीईओ शोभित अग्रवाल ने कहा कि रीट रूढि़वादी निवेशकों के लिए काफी सुरक्षित है क्योंकि शेयर बाजार, एफडी एवं म्युचुअल फंड जैसे अन्य परिसंपत्ति वर्ग के मुकाबले कम उतार-चढ़ाव भरा है।

First Published : June 11, 2021 | 8:55 PM IST