तेल की कीमतें सोमवार को 3 डॉलर प्रति बैरल उछल गई और ब्रेंट क्रूड 111 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर चला गया क्योंंकि यूरोपीय यूनियन के देशों ने रूस के तेल पर पाबंदी की खातिर अमेरिका के साथ जुडऩे पर विचार किया। इसके अलावा सऊदी तेल क्षेत्र में सप्ताहांत हुए हमले का भी इस पर असर पड़ा। ब्रेंट क्रूड फ्यूचर 3.2 फीसदी यानी 3.40 डॉलर चढ़कर 111.33 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया और इस तरह से पिछले शुक्रवार के भाव में 1.2 फीसदी की बढ़ोतरी कर दी। यूएस वेस्ट टैक्सस इंटरमीडिएट क्रूड फ्यूचर 3.5 फीसदी चढ़कर 108.35 डॉलर पर पहुंच गया और इस तरह से शुक्रवार के भाव में 1.7 फीसदी और जुड़ गया।
इस हफ्ते यूरोपीय यूनियन की सरकारोंं और अमेरिकी राष्ट्रपति के बीच विभिन्न सम्मेलनों में होने वाली बातचीत से पहले कीमतें चढ़ीं। इस बातचीत का मकसद यूक्रेन पर हमले को लेकर रूस पर पश्चिम की प्रतिक्रिया को और सख्त बनाना है। यूरोपीय यूनियन की सरकारें रूस पर तेल पाबंदी लगाने पर विचार करेगी। सोमवार को यूक्रेन के उपप्रधानमंत्री ने कहा कि पूर्वी बंदरगाह शहर मारियोपुल में देश की सेना का सरेंडर करने की कोई संभावना नहीं है। विवाद में नरमी की काफी कम संभावना के बीच अब ध्यान उस ओर चला गया है कि पाबंदी से प्रभावित रूसी तेल का विकल्प बाजार सामने लाने में सक्षम होगा।
