नैशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (एनएसडीएल) को राहत देते हुए बाजार नियामक सेबी ने 3,000 करोड़ रुपये का आरंभिक सार्वजनिक निर्गम पेश करने के लिए उसे 31 जुलाई तक का समय मुहैया करा दिया है। इससे पहले बाजार नियामक की तरफ से मिली मंजूरी की अवधि इस महीने समाप्त हो रही थी। बाजार के विशेषज्ञों का मानना है कि अब मिली मोहलत से एनएसडीएल को आईपीओ की तैयारी करने और उसे बाजार में उतारने में मदद मिलेगी, जब बाजार का सेंटिमेंट सुधरेगा।
28 मार्च के पत्र में सेबी ने सूचीबद्धता के लिए सैद्धांतिक मंजूरी दी है, जो कुछ शर्तों पर निर्भर करेगी। यह कदम मार्केट इन्फ्रास्ट्रक्चर इंस्टिट्यूशंस (एमआईआई) के लिए किसी एक इकाई का स्वामित्व 15 फीसदी तक सीमित करने की बाजार नियामक की अनिवार्यता के अनुपालन के लिए अहम है। सेबी ने सितंबर 2024 में इस आईपीओ को सैद्धांतिक मंजूरी दी थी और एनएसडीएल ने जुलाई, 2023 में विवरणिका का मसौदा जमा कराया था।
यह आईपीओ पूरी तरह से द्वितीयक बिक्री होगी, जहां छह शेयरधारक अपनी हिस्सेदारी का विनिवेश कर रहे हैं और इनमें नैशनल स्टॉक एक्सचेंज, आईडीबीआई बैंक और एचडीएफसी बैंक शामिल हैं। साल 2018 में सेबी ने मार्केट इन्फ्रास्ट्रक्चर इंस्टिट्यूशंस में किसी एक इकाई का स्वामित्व 15 फीसदी तक सीमित करने का नियम लागू किया था और इसके अनुपालन के लिए पांच साल का समय दिया था, जो अक्टूबर 2023 में समाप्त हो गया। बाजार नियामक ने एनएसई को एनएसडीएल की हिस्सेदारी के विनिवेश के लिए मोहलत दी थी। एनएसडीएल में एनएसई की 24 फीसदी हिस्सेदारी है।
दिसंबर तिमाही में एनएसडीएल का एकीकृत शुद्ध लाभ करीब 30 फीसदी की उछाल के साथ 85.8 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, वहीं कुल आय 16 फीसदी की बढ़त के साथ 391 करोड़ रुपये रही थी।
रियल्टी कंपनी रनवाल एंटरप्राइजेज ने आईपीओ दस्तावेज जमा कराए
मुंबई की रियल एस्टेट डेवलपर रनवाल एंटरप्राइजेज ने 1,000 करोड़ रुपये का आरंभिक सार्वजनिक निर्गम उतारने के लिए बाजार नियामक सेबी के पास विवरणिका का मसौदा जमा कराया है। इस आईपीओ में पूरी तरह से 2 रुपये वाले नए इक्विटी शेयर जारी होंगे। साथ ही कंपनी 200 करोड़ रुपये के प्री-आईपीओ प्लेसमेंट पर भी विचार कर सकती है।