facebookmetapixel
Park Medi World IPO ने निवेशकों को किया निराश, शेयर 4% डिस्काउंट पर लिस्ट; GMP अनुमान से चूकाIT शेयर अभी सस्ते, AI की रिकवरी से आ सकता है बड़ा उछाल; मोतीलाल ओसवाल ने चुने ये 4 स्टॉक्सइंडिगो संकट ने हिलाया विमानन क्षेत्र, भारत के विमानन क्षेत्र में बढ़ी प्रतिस्पर्धा की बहसNephrocare Health IPO की बाजार में पॉजिटिव एंट्री, 7% प्रीमियम के साथ ₹491 पर लिस्ट शेयरGold, Silver price today: चांदी ने तोड़े सारे रिकॉर्ड, सोना के भी भाव बढ़ेकलंबोली दौरे में क्या दिखा? पाइप कारोबार पर नुवामा की रिपोर्ट, जानें किस कंपनी को हो रहा ज्यादा फायदाईलॉन मस्क की दौलत 600 अरब डॉलर के पार, बेजोस और जुकरबर्ग की कुल संपत्ति से भी आगेमहंगे सोने से छोटे ज्वेलर्स दबाव में, बड़ी कंपनियों को फायदा; ब्रोकरेज ने Titan पर ₹4,397 का टारगेट दियाबर्ड फ्लू का नया खतरा! अब गायों में भी फैलने लगा एच5एन1SIR: पश्चिम बंगाल में 58 लाख वोटर लिस्ट से बाहर! चुनाव आयोग का बड़ा कदम

Dixon Technologies की मजबूत बिक्री से शेयरों में नई रफ्तार, चुनौतीपूर्ण मूल्यांकन के बावजूद उम्मीदें ऊंची

बाजार पूंजीकरण के लिहाज से आठ प्रमुख सूचीबद्ध कंपनियों में से चार की वैल्यू पिछले 12 महीनों में दोगुनी हो गई।

Last Updated- July 14, 2024 | 9:40 PM IST
Dixon Technologies की मजबूत बिक्री से शेयरों में नई रफ्तार, चुनौतीपूर्ण मूल्यांकन के बावजूद उम्मीदें ऊंची, New momentum in shares due to strong sales of Dixon Technologies, expectations high despite challenging valuation

इलेक्ट्रॉनिक विनिर्माण सेवा कंपनियों के शेयर तेजी दर्ज करने में कामयाब रहे हैं। बाजार पूंजीकरण के लिहाज से आठ प्रमुख सूचीबद्ध कंपनियों में से चार की वैल्यू पिछले 12 महीनों में दोगुनी हो गई। इस क्षेत्र में सबसे ज्यादा चढ़ने वाला शेयर डिक्सन टेक्नोलॉजीज रहा जो लगभग तीन गुना हो गया है।

हालांकि इस क्षेत्र और शेयर में निवेशकों की ज्यादा दिलचस्पी बने रहने के आसार हैं लेकिन तेजी को बरकरार रखना महत्त्वपूर्ण होगा क्योंकि शेयर का मूल्यांकन महंगे दायरे में है। इन कंपनियों के लिए और तेजी की संभावना ऊंची उम्मीदें पूरी करने की उनकी क्षमता पर निर्भर करेगी। जहां पिछले एक साल के दौरान वृद्धि के कई कारक रहे, वहीं डिक्सन के लिए अल्पावधि कारक अप्रैल-जून तिमाही का परिणाम और वित्त वर्ष 2025 के लिए अनुमान है।

डिक्सन द्वारा 77-78 प्रतिशत की राजस्व वृद्धि के साथ वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में इस क्षेत्र का नेतृत्व किए जाने की संभावना है जबकि उसका परिचालन और शुद्ध लाभ 61-77 प्रतिशत के दायरे में बढ़ सकता है।

जेएम फाइनैं​शियल रिसर्च के विश्लेषकों दीपक अग्रवाल और नि​खिल कंडोई का मानना है कि डिक्सन वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में मुख्य रूप से श्याओमी ऑर्डरों के क्रियान्वयन और मोटोरोला बिक्री में सुधार की मदद से अच्छा प्रदर्शन करेगी। उन्हें अनुमान है कि इससे उसकी मोबाइल फोन बिक्री और परिचालन दक्षता पर सकारात्मक असर दिखेगा। जहां परिचालन मुनाफा मार्जिन तिमाही आधार पर सपाट बने रहने का अनुमान है, वहीं एक साल पहले की अव​धि के दौरान यह 10 आधार अंक बढ़कर 4 प्रतिशत पर पहुंच सकता है।

वित्त वर्ष 2025 के लिए मजबूत परिदृश्य को देखते हुए मोबाइल सेगमेंट की मदद से परिचालन मुनाफा मार्जिन 4 प्रतिशत से ऊपर बने रहने का अनुमान है। कंपनी मोबाइल सेगमेंट में 4 करोड़ मोबाइल बिक्री की उम्मीद कर रही है जिनमें वित्त वर्ष 2025 में सैमसंग की 1 करोड़ की बिक्री भी शामिल है।

सिस्टमैटिक्स रिसर्च के विश्लेषकों आ​शिष पोद्दार और कृशा जवेरी के अनुसार बेहतर मार्जिन, बैकवर्ड इंटीग्रेशन और परिचालन दक्षता के साथ बड़ी संख्या में नए ग्राहकों के जुड़ने से सेगमेंट के मार्जिन में बढ़ोतरी की उम्मीद है। ब्रोकरेज का मानना ​​है कि नए ग्राहकों की संख्या में बढ़ोतरी, मोबाइल में मजबूत रुझान और नए सेगमेंट (दूरसंचार हार्डवेयर, लैपटॉप, रेफ्रिजरेटर, वॉशिंग मशीन) में तेजी से बढ़ोतरी से डिक्सन को लंबे समय में मजबूत बढ़ोतरी की संभावना मिलेगी। हालांकि, ब्रोकरेज ने पिछले महीने शेयर में 20 प्रतिशत की तेजी को देखते हुए इसे ‘होल्ड’ रेटिंग दी है।

शेयर के लिए मुख्य जो​खिमों में मोबाइल और लाइटिंग जैसे प्रमुख उपयोगकर्ता खंडों में मांग से जुड़ी नरमी और प्रमुख ग्राहकों की बाजार भागीदारी का नुकसान शामिल है। पिछले दशक के दौरान कंपनी का उत्पाद मिश्रण हाई-वॉल्यूम मोबाइल फोन सेगमेंट की ओर केंद्रित हुआ है। इस फोन सेगमेंट का राजस्व में 62 प्रतिशत योगदान है। इससे पहले 2012-13 में राजस्व में कंज्यूमर सेगमेंट (टेलीविजन) का 63 प्रतिशत योगदान था।

इस प्रकार, मोबाइल सेगमेंट में वॉल्यूम बढ़ाने की इसकी क्षमता पर नजर रखे जाने की जरूरत होगी। कंपनी मौजूदा और साथ ही नए ग्राहक जुड़ने से बेहतर बिक्री के दम पर 2023-24 की तुलना में वित्त वर्ष 2025 में अपनी विनिर्माण क्षमता को दोगुना करके 2.8-3 करोड़ यूनिट करना चाहती है।

आईस्मार्टू (भारत में आईटेल, इन फीनिक्स और टेक्नो ब्रांडों के तहत हैंडसेट बनाती है) में नियंत्रक हिस्सेदारी और लॉन्गचीयर (बीबीके समूह के ब्रांडों: रियलमी, ओप्पो, और वीवो) के साथ भागीदारी के साथ डिक्सन देश में सभी 6 प्रमुख ब्रांडों की जरूरतें पूरी करती है।

एचडीएफसी सिक्योरिटीज के शोध विश्लेषक पार्थ गाला का कहना है, ‘वित्त वर्ष 2024 से 2026-27 (वित्त वर्ष 27) तक पूरे राजस्व में मोबाइल राजस्व के 75 प्रतिशत से अधिक योगदान देने की संभावना है। फिर भी बिक्री में वृद्धि पर नजर रखे जाने की जरूरत होगी।’

हालांकि ब्रोकरेज का मानना है कि कंपनी का राजस्व, परिचालन और शुद्ध लाभ वित्त वर्ष 2024-27 के दौरान 45-54 प्रतिशत के दायरे में बढ़ेगा, लेकिन उसने शेयर के लिए रेटिंग घटाई है। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के गाला का कहना है, ‘शेयर का भाव पिछले 6 महीनों में करीब दोगुना हुआ है, जिससे मूल्यांकन 2025-26 की ईपीएस के 75 गुना पर काफी महंगा हो गया है। इससे इस शेयर में संभावित तेजी सीमित नजर आ रही है।’

First Published - July 14, 2024 | 9:40 PM IST

संबंधित पोस्ट