नजारा टेक्नोलॉजिज का शेयर शुक्रवार को बीएसई पर कारोबारी सत्र के दौरान 12 फीसदी टूटकर 1,463.75 रुपये का रह गया, जब विदेशी ब्रोकरेज फर्म सीएसएसए ने इस शेयर को बिकवाली की रेटिंग दे दी। सीएलएसए ने भारी प्रीमियम मूल्यांकन का हवाला देते हुए बिकवाली की रेटिंग दी है। कारोबार के अंत में यह शेयर हालांकि 9 फीसदी की गिरावट के साथ 1,518 रुपये पर बंद हुआ।
सीएलएसए की विश्लेषक दीप्ति चतुर्वेदी ने एक नोट में कहा है, भारतीय मोबाइल गेमिंग का राजस्व कैलेंडर वर्ष 2020 में 1.2 अरब डॉलर रहा, जिसमें ई-स्पोट्र्स का हिस्सा महज 10 फीसदी रहा है। नजारा टेक भारत में ई-स्पोट्र्स में अग्रणी है और इसकी नजर टूर्नामेंट इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टीज (आईपी) पर है। हालांकि जियो गेम्स, ड्रीम-11, एमपीएल और पेटीएम फस्र्ट गेम्स की अगुआई में प्रतिस्पर्धा गहरी होने वाली है। हमारा अनुमान है कि नजारा का राजस्व व एबिटा सीएजीआर वित्त वर्ष 21-24 में 35-73 फीसदी रहेगा लेकिन वित्त वर्ष 23 तक यह 11.7-12.3 करोड़ डॉलर होगा, ऐसे में मूल्यांकन महंगा है यानी वित्त वर्ष 23 के ईवी/सेल्स के 6 गुने पर और ईवी/एविटा के 29 गुने पर।
ई-स्पोट्र्स में नजाजा ने ईएसएल और नोडविन/क्राफ्टन के साथ साझेदारी की है और पबजी मोबाइल टूर के लिए एयरटेल जैसे प्रायोजकों के साथ। हालांकि इस क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा गहराएगी। जियो गेम्स ने मीडिया टेक के साथ गठजोड़ किया है और माइक्रोसॉफ्ट एक्सक्लाउड को भारत लाने के लिए साझेदारी की है।
दिग्गज निवेशक राकेश झुनझुनवाला समर्थित नजारा टेक ने 30 मार्च को एक्सचेंजों पर शानदार आगाज किया था और कंपनी का शेयर एनएसई पर इश्यू प्राइस 1,101 रुपये के मुकाबले 81 फीसदी चढ़कर 1,990 रुपये पर सूचीबद्ध हुआ था। सूचीबद्ध होने के बाद यह शेयर 2,026.90 रुपये तक पहुंच गया था। झुनझुनवाला के पास नजाजा टेक की 10.82 फीसदी हिस्सेदारी (31 मार्च, 2021) है और यह जानकारी शेयरधारिता ढांचे से मिली।
नजारा टेक की मौजूदगी भारत, उत्तर अमेरिका, अफ्रीका और पश्चिम एशिया मेंं है। इसके उत्पाद पोर्टफोलियो में इंटरेक्टिंग गेम्स, ई-स्पोट्र्स आदि शामिल हैं। कंपनी को मुख्य रूप से अपने यूजर्स से सबस्क्रिप्शन शुल्क के जरिये राजस्व हासिल होता है।