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NFO Alert! बड़ौदा बीएनपी पारिबा MF के Gold ETF FoF में ₹500 की SIP से शुरू कर सकते हैं निवेश, किसे लगाना चाहिए पैसा?

NFO Alert: Baroda BNP Paribas Gold ETF FoF का सब्सक्रिप्शन 4 अगस्त से खुल गया है और 14 अगस्त 2025 को बंद होगा।

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बीएस वेब टीम   
Last Updated- August 04, 2025 | 6:22 PM IST

Baroda BNP Paribas Gold ETF FoF: एसेट मैनेजमेंट कंपनी बड़ौदा बीएनपी पारिबा एसेट मैनेजमेंट (Baroda BNP Paribas MF) ने एक फंड ऑफ फंड (FoF) लॉन्च किया है। म्युचुअल फंड हाउस के एनएफओ बड़ौदा बीएनपी पारिबा गोल्ड ईटीएफ (Baroda BNP Paribas Gold ETF FoF) का सब्सक्रिप्शन 4 अगस्त से खुल गया है और 14 अगस्त 2025 को बंद होगा। म्युचुअल फंड हाउस के मुताबिक, यह फंड उन निवेशकों के लिए एक सरल, किफायती और निवेश का बेहतर विकल्प है, जो लंबी अवधि के लिए सोने से जुड़े एसेट्स में निवेश करना चाहते हैं।

बड़ौदा बीएनपी परिबा MF के CIO (फिक्स्ड इनकम) प्रशांत पिंपले का कहना है, भारत के घरों में दुनिया का सबसे ज्यादा सोना है। भारत के लोगों के पास करीब 25,000 टन सोना है, जो दुनिया के टॉप 10 रिजर्व बैंकों के कुल सोने से भी ज्यादा है। पिछले कुछ सालों में सोने की कीमत बहुत बढ़ गई है, जिससे यह आम लोगों की पहुंच से बाहर हो गया है। फंड हाउस ने बीएनपी पारिबा गोल्ड ईटीएफ FoF के जरिए सोने को फिर से आम निवेशकों की पहुंच में लाने की कोशिश की है। यह फंड कम खर्च, आसान लेन-देन और कम से कम निवेश राशि जैसी सुविधाएं देता है।

₹500 की SIP से कर सकते हैं शुरुआत

म्युचुअल फंड हाउस के मुताबिक, बड़ौदा बीएनपी परिबा गोल्ड ईटीएफ फंड FoF निवेशकों को बिना किसी परेशानी के सोने में निवेश करने का एक आसान और सुरक्षित ऑप्शन देता है। इसमें आपको फिजिकल गोल्ड खरीदकर उसे रखने की चिंता नहीं करनी पड़ती।

इस फंड में सिर्फ 1,000 रुपये की एकमुश्त राशि से निवेश शुरू कर सकते हैं (और उसके बाद 1 रुपये के मल्टीपल में बढ़ा सकते हैं)। अगर आप हर महीने थोड़ा-थोड़ा निवेश करना चाहते हैं, तो सिर्फ 500 रुपये से सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) भी शुरू कर सकते हैं।

AMC के सीनियर फंड मैनेजर, गुरविंदर वासन कहते हैं, अगर पिछले 10-25 सालों का इतिहास देखें, तो इस दौरान सोने का रिटर्न लगभग इक्विटी (शेयर बाजार) के बराबर या कुछ मामलों में तो उससे भी बेहतर रहा है। साथ ही, इसका इक्विटी के साथ नकारात्मक संबंध (निगेटिव कोरीलेशन) होता है। यानी, जब शेयर बाजार गिरता है तब सोने की कीमत बढ़ने का ट्रेंड रहता है। इस वजह से सोना निवेशकों के पोर्टफोलियो में स्थिरता लाने वाला एक अच्छा विकल्प बन सकता है।

NFO में कौन कर सकता है निवेश

म्युचुअल फंड हाउस के मुताबिक, यह फंड हाई लिक्विडिटी (जब चाहे पैसे निकाल सकने की सुविधा) देता है। यह उन निवेशकों के लिए डिजाइन किया गया है, जो कम जोखिम में सोने में निवेश करना चाहते हैं और लंबे समय में अच्छा रिटर्न पाना चाहते हैं।

फंड हाउस ने बताया कि अलॉटमेंट की तारीख से 15 दिनों के अंदर अपनी यूनिट्स बेचने या बदलने पर तो 1% का एग्जिट लोड लगेगा। वहीं 15 दिनों के बाद करने पर कोई एग्जिट लोड नहीं देना होगा। इससे यह सोने में निवेश करने वालों के लिए एक सुविधाजनक और लचीला विकल्प बन जाता है। इस फंड का मैनेजमेंट गुरविंदर सिंह वासन, माधव व्यास और स्वप्ना शेलार करेंगे।

(डिस्क्लेमर: यहां NFO की जानकारी दी गई। ये किसी भी रूप में निवेश की सलाह नहीं है। म्युचुअल फंड में निवेश जो​खिमों के अधीन है। निवेश संबंधी फैसला करने से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।)

First Published : August 4, 2025 | 6:22 PM IST