म्युचुअल फंड

म्युचुअल फंड लाइसेंस की दौड़ में एस्टी एडवाइजर्स, SIF सेगमेंट पर रहेगा फोकस

एस्टी एडवाइजर्स के संस्थापक और सीईओ संदीप त्यागी ने कहा, एस्टी ने 15 साल से अधिक समय तक डेरिवेटिव-आधारित पीएमएस रणनीतियों का संचालन किया है।

Published by
अभिषेक कुमार   
Last Updated- June 23, 2025 | 10:15 PM IST

पोर्टफोलियो मैनेजमेंट सेवाओं (पीएमएस) और ऑल्टरनेटिव क्षेत्र में क्वांट आधारित निवेश योजनाएं पेश करने वाले गुरुग्राम के इन्वेस्टमेंट मैनेजर एस्टी एडवाइजर्स ने म्युचुअल फंड लाइसेंस के लिए आवेदन किया है।

कंपनी ने कहा है कि पीएमएस के क्षेत्र में डेरिवेटिव आधारित और लॉन्ग ओनली इन्वेस्टमेंट प्रोडक्ट में उसके अनुभव को देखते हुए वह रेग्युलर एमएफ और विशेषीकृत निवेश फंड (एसआईएफ) में म्युचुअल फंड योजनाएं उतारना चाहती है।

एस्टी एडवाइजर्स के संस्थापक और सीईओ संदीप त्यागी ने कहा, एस्टी ने 15 साल से अधिक समय तक डेरिवेटिव-आधारित पीएमएस रणनीतियों का संचालन किया है। हमारे पास नियमित रूप से केवल लंबी अवधि के लिए व्यवस्थित निवेश रणनीतियां भी हैं। हम सावधानीपूर्वक मूल्यांकन करेंगे कि कौन सी रणनीतियों में बड़े पैमाने पर अच्छा प्रदर्शन करने की क्षमता है और समय पर घोषणा करेंगे। हमारा ध्यान सक्रिय निवेश प्रबंधन पर रहेगा।

यह फर्म हाल के कई एमएफ लाइसेंस आवेदकों में से एक है, जिनमें से कई एसआईएफ क्षेत्र को लक्षित कर रहे हैं। आवेदकों में ज्यादातर पीएमएस और एआईएफ फर्म हैं जिनमें नुवामा वेल्थ मैनेजमेंट, मार्सेलस इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स, वेल्थ फर्स्ट पोर्टफोलियो मैनेजर्स और एएसके इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स शामिल हैं।

First Published : June 23, 2025 | 10:10 PM IST