देसी इक्विटी बाजारों ने लगातार पांच तिमाहियों में सकारात्मक रिटर्न दिया है, जो 2014-15 के बाद इस तरह की सकारात्मकता की लंबी अवधि है क्योंकि तब लगातार छह तिमाहियों में बढ़त दर्ज हुई थी। जून 2021 में समाप्त तिमाही में सेंसेक्स व निफ्टी में क्रमश: 6 फीसदी व 7 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज हुई और उसने नई ऊंचाई को भी छुआ। व्यापक बाजार के मुकाबले मिडकैप व स्मॉलकैप का प्रदर्शन उम्दा रहा। तिमाही की शुरुआत हालांकि झंझावातों के बीच हुई क्योंंकि कोरोना वायरस की दूसरी व खतरनाक लहर से देसी बाजार फरवरी के अपने सर्वोच्च स्तर से करीब 7 फीसदी नीचे आ गया था। हालांकि यह गिरावट लंबे समय तक कायम नहीं रही क्योंकि वैश्विक केंद्रीय बैंकों की तरफ से आक्रामकता से दिए गए प्रोत्साहन पैकेज से बाजारों को मदद मिली। महंगाई में बढ़ोतरी को लेकर बहुत चिंता न होने और टीकाकरण कार्यक्रम में तेजी से बाजार में खरीदारी का माहौल बना रहा। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों का निवेश तिमाही के दौरान प्रभावित हुआ। हालांकि खुदरा खरीदारी और देसी म्युचुअल फंडोंं के निवेश ने काफी हद तक इसकी भरपाई कर दी।