शुक्रवार को आई मजबूती के कारण शेयर बाजार की रफ्तार तेजड़ियों के पक्ष में दिखती है। बेंचमार्क नैशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी-50 इस दौरान 1.6 फीसदी चढ़कर 24,541 पर बंद हुआ जो 26 जुलाई के बाद उसकी सबसे अच्छी एकदिवसीय बढ़त है। हालांकि यह अपनी रिकॉर्ड ऊंचाई से 537 अंक (2.2 फीसदी) पीछे है लेकिन इंडेक्स और बढ़त के लिए तैयार है। नई ऊंचाई पर पहुंचने की इसकी क्षमता अल्पावधि के प्रतिरोध से पार पाने पर निर्भर करती है।
ऐंजल वन के तकनीकी विश्लेषक (इक्विटी) राजेश भोसले के मुताबिक आगामी सत्रों में हम निफ्टी को 24,700 और 24,850 के स्तर को परखता हुआ देख सकते हैं जो तात्कालिक अवरोध है। अगर वैश्विक बाजारों का सहयोग बना रहता है तो हम 25,000 का स्तर भी परख सकते हैं। हालांकि अगर निफ्टी 24,200 का स्तर तोड़ता है तो यह 24,000 और 23,900 के स्तर तक गिर सकता है।
बाजार नियामक सेबी ने प्रस्ताव रखा है कि क्लियरिंग कॉरपोरेशन नकद कोलेटरल पर अर्जित ब्याज तय अवधि पर ब्रोकरों को लौटाएं। चूंकि क्लियरिंग कॉरपोरेशन का स्वामित्व पूरी तरह से एक्सचेंजों के पास है, ऐसे में इस प्रस्ताव का असर एक्सचेंजो के लाभ पर पड़ेगा। बाजार नियामक सेबी का निदेशक मंडल इस प्रस्ताव को जल्द मंजूरी दे सकता है।
विश्लेषकों ने कहा कि यह देखना होगा कि क्लियरिंग कॉरपोरेशन को पूरी ब्याज आय ब्रोकरों को लौटाते हैं या फिर निष्क्रिय धन राशि पर ब्याज – जिसमें कोई पोजीशन अंतर्निहित न हो। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के नोट के मुताबिक अगर क्लियरिंग फंडों का औसतन 15 फीसदी निष्क्रिय हो तो बंबई स्टॉक एक्सचेंज और मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) की 2023-24 की प्रति शेयर आय पर अनुमानित असर क्रमश: 3.3 फीसदी व 1.4 फीसदी होगा। अगर हम मानकर चलें कि फंडों का 30 फीसदी निष्क्रिय है तो अधिकतम असर बीएसई व एमसीएक्स पर 6.6 फीसदी व 2.8 फीसदी होगा।
पिछले हफ्ते काफी मजबूती दिखाने के बाद आईपीओ बाजार के लिए एक और सप्ताह उत्साहजनक रह सकता है। दो नए आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) इंटरआर्क बिल्डिंग प्रॉडक्ट्स (600 करोड़ रुपये) और ओरिएंट टेक्नोलॉजिज (215 करोड़ रुपये) बाजार में उतरेंगे। इस बीच, 107 गुना आवेदन पाने वाली सरस्वती साड़ी डिपो का शेयर मंगलवार को एक्सचेंजों पर करीब 26 फीसदी प्रीमियम के साथ सूचीबद्ध होने की संभावना है।
ग्रे मार्केट में इंटरआर्क के शेयर को 34 फीसदी प्रीमियम मिल रहा है, वहीं सूचना प्रौद्योगिकी समाधान प्रदाता ओरिएंट का आकर्षक दिखना अभी बाकी है। पिछली तीन लिस्टिंग यूनिकॉमर्स ई-सॉल्युशंस, ओला इलेक्ट्रिक व फर्स्टक्राई (तीनों सॉफ्टबैंक समर्थित) ने निवेशकों को खासा लाभ दिया है और पहली दो कंपनियां अभी अपने इश्यू प्राइस से 75 फीसदी ऊपर कारोबार कर रही हैं और बेबी प्रॉडक्ट रिटेलर 44 फीसदी ऊपर कारोबार कर रही है।