शेयर बाजार में नए संवत 2065 की शुरुआत मुहूर्त ट्रेडिंग से हुई, जिसमें सेंसेक्स करीब 500 अंकों के उछाल के साथ बंद हुआ।
तेजी का यह सिलसिला दिवाली के दूसरे दिन भी जारी रहा और बाजार बढ़त के साथ खुले। हालांकि कारोबार के दौरान इसमें काफी उतार-चढ़ाव आया और अंत में सेंसेक्स और निफ्टी, दोनों मामूली बढ़त के साथ बंद हुए।
बंबई स्टॉक एक्सचेंज का सेंसेक्स जहां 36 अंक चढ़कर 9,044 पर बंद हुआ, वहीं निफ्टी 12 अंक ऊपर 2,697 के स्तर पर बंद हुआ। तेजी के बावजूद बीएसई के छोटे और मझोले सूचकांकों में करीब एक फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। बुधवार को कारोबार के दौरान धातु, तेल और गैस, वाहन और सार्वजनिक क्षेत्र के सूचकांक में करीब 3 फीसदी की तेजी दर्ज की गई। हालांकि पूंजीगत वस्तु, अचल संपत्ति और बैंकिंग सूचकांकों पर बिकवाली का दबाव देखा गया।
फेड की दवा की आस से सुधार
वित्तीय संकट से जूझ रहे अमेरिकी बाजार में तरलता बढ़ाने के मकसद से अमेरिकी फेडरल रिजर्व ब्याज दरों में 50 आधार अंकों की कटौती पर सहमति जता चुका है।
फेडरल ओपन मार्केट कमिटी के प्रमुख बेन बर्नान्के ने कहा कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था ऋण की कमी से जूझ रही है। ऐसे में ब्याज दरों में कटौती जरूरी हो जाती है। जानकारों का कहना है कि अमेरिकी केंद्रीय बैंक भविष्य में ब्याज दरें और घटा सकता है, ताकि वैश्विक ऋण संकट के प्रभाव को कम किया जा सके।
अमेरिकी बाजारों में तेजी : फेडरल रिजर्व की ओर से ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद में मंगलवार को अमेरिकी शेयर बाजारों में जबरदस्त तेजी देखी गई। डाऊ जोंस और स्टैंडर्ड एंड पूअर्स 500 इंडेक्स में करीब 11 फीसदी की तेजी देखी गई। डाऊ जोंस 889.35 अंक बढ़कर 9,065.12 पर पहुंच गया, जो अंकों के आधार पर अब तक दूसरी सर्वाधिक बढ़त थी।
एशियाई बाजार भी उछले: वॉल स्ट्रीट में आश्चर्यजनक तेजी के बाद बुधवार को प्रमुख एशियाई बाजारों में बढ़ोतरी दर्ज की गई। जापान के शेयर बाजार ने बेहतरीन प्रदर्शन किया। निक्केई 225 इंडेक्स 589.98 अंकों की उछाल के साथ 8,211.90 अंक पर पहुंच गया। हांगकांग के हेंगसेंग भी आरंभिक कारोबार में पांच फीसदी बढ़ गया।