कारोबारी रफ्तार को सहारा देने के लिए महिंद्रा ऐंड महिंद्रा फाइनैंशियल सर्विसेज की योजना वित्त वर्ष 24 में डिबेंचर के जरिये 8,000 करोड़ रुपये जुटाने की है। यह बैंक फंडिंग के लिए उपलब्ध क्रेडिट लाइन के अतिरिक्त होगा। महिंद्रा ग्रुप की वित्तीय सेवा सहायक का स्थिर व विशाखित संसाधन प्रोफाइल है और बैंक फंडिंग के तहत बिना इस्तेमाल की गई सीमा उसे प्रतिस्पर्धी दर पर संसाधन जुटाने के लिए काफी लचीलापन मुहैया कराता है। यह कहना है रेटिंग एजेंसी क्रिसिल का।
इसकी उधारी में 26.2 फीसदी डिबेंचर हैं, 11.4 फीसदी सिक्योरिटाइजेशन, 8.4 फीसदी सावधि जमा और 38.5 फीसदी बैंक उधारी शामिल है। ये आंकड़े दिसंबर 2022 के आखिर के हैं।
बीएसई के पास एनबीएफसी की तरफ से जमा कराई गई सूचना के मुताबिक, कंपनी लगातार तीन महीने की जरूरत की नकदी रखने में कामयाब रही है। 6 जनवरी 2023 को क्रिसिल ने बैंक लोन व डेट के लिए महिंद्रा फाइनैंस की रेटिंग एए प्लस से एएए कर दी थी। मूल कंपनी महिंद्रा ऐंड महिंद्रा के मजबूत सहारे और कारोबारी प्रदर्शन में सुधार के कारण रेटिंग में सुधार किया गया था।