फंड प्रबंधकों और विश्लेषकों का कहना है कि अगले महीने भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) की आईपीओ पेशकश ने अन्य बीमा कंपनियों के शेयरों पर दबाव पैदा कर दिया है, क्योंकि निवेशकों ने सरकार के स्वामित्व वाली इस कंपनी में संभावना तलाशने के लिए अपना निवेश घटाया है।
रेफिनिटिव आंकड़े के अनुसार, सरकार ने कंपनी में अपनी 5 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने के लिए बाजार नियामक सेबी के पास रविवार को डीआरएचपी सौंपा था, और यह दुनिया का तीसरा सबसे बड़ी आईपीओ और इस साल की सबसे बड़ी एशियाई शेयर बिक्री में से एक हो सकती है।
एक फंड प्रबंधक ने नाम नहीं बताने के अनुरोध के साथ कहा, ‘यह सबसे बड़ा आईपीओ होगा और आपको इसके लिए तैयार रहने की जरूरत होगी। उन्होंने कहा कि यह दुर्लभ समय है जब किसी बड़ी कंपनी की सूचीबद्घता में इतना ज्यादा विलंब हो रहा है।’
फंड प्रबंधकों का कहना है कि यदि एलआईसी का मूल्यांकन आकर्षक रहा तो अन्य बीमा कंपनियों पर दबाव पड़ सकता है।