आईपीओ

WeWork India IPO: सिर्फ OFS इश्यू से जुटेगा ₹3,000 करोड़, 20% से ज्यादा ग्रोथ का लक्ष्य

वीवर्क इंडिया, अपनी मूल वैश्विक कंपनी वीवर्क्स की स्थानीय शाखा है, जिसने 2023 में दिवालियापन के लिए आवेदन किया था।

Published by
प्राची पिसल   
Last Updated- September 29, 2025 | 10:21 PM IST

वीवर्क इंडिया आगामी वर्षों में 20 फीसदी से अधिक की राजस्व वृद्धि का लक्ष्य लेकर चल रही है जबकि सिर्फ बिक्री पेशकश प्रस्ताव (ओएफएस) वाले इसके आरंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) के कीमत दायरे के ऊपरी स्तर पर इसका मूल्यांकन 3,000 करोड़ रुपये आंका गया है।

वीवर्क इंडिया के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी करण विरवानी ने कहा, पिछले कुछ वर्षों में हमने राजस्व में 20-25 फीसदी की वृद्धि और एबिटा से पहले की कमाई में 30 फीसदी से अधिक की वृद्धि देखी है। क्षमता के लिहाज से भी पिछले तीन वर्षों में हमने सालाना आधार पर करीब 20 फीसदी क्षमता वृद्धि दर्ज की है। यह लगभग इसी तरह के रुझान का अनुसरण करेगा।

वीवर्क इंडिया, अपनी मूल वैश्विक कंपनी वीवर्क्स की स्थानीय शाखा है, जिसने 2023 में दिवालियापन के लिए आवेदन किया था। कंपनी ने पहले कहा था कि उसकी मूल कंपनी की दिवालियापन कार्यवाही से भारत के परिचालन पर कोई असर नहीं पड़ेगा।

आईपीओ के ज़रिए कंपनी की प्रवर्तक बेंगलूरु स्थित एम्बेसी समूह की इकाई एम्बेसी बिल्डकॉन 3.54 करोड़ शेयर बेचेगी, जिससे उसकी हिस्सेदारी 73.56 फीसदी से घटकर करीब 47-48 फीसदी रह जाएगी। दूसरी ओर, वीवर्क ग्लोबल की एक इकाई, (1 एरियल वे टेनेंट, जो एक निवेशक-विक्रेता शेयरधारक है) 1.08 करोड़ शेयर बेचेगी, जिससे उसकी हिस्सेदारी 22.64 फीसदी से घटकर करीब 15-16 प्रतिशत रह जाएगी।

विनिवेश के बारे में विरवानी ने कहा, विनिवेश का एक हिस्सा निवेशित पूंजी को वापस करना और उस पूंजी का उपयोग एम्बेसी समूह के व्यवसाय के अन्य हिस्सों में करना, और समूह की समग्र स्थिति को मजबूत करना है। आईपीओ लाने को लेकर हमें लगता है कि पिछले आठ वर्षों में (खासकर पिछले दो-तीन वर्षों में) हमने कारोबार को पूरी तरह से जोखिम-मुक्त कर दिया है। व्यवसाय में पूंजी की जरूरत लगभग शून्य है। हमारा कारोबार पूरी तरह से आत्मनिर्भर हैं।

कंपनी का परिचालन राजस्व वित्त वर्ष 2023 के 1,314.52 करोड़ रुपये से 26.67 फीसदी बढ़कर वित्त वर्ष 24 में 1,665.14 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। साथ ही वित्त वर्ष 24 के 1,665.13 करोड़ रुपये से 17.06 फीसदी बढ़कर वित्त वर्ष 25 में 1,949.21 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही में राजस्व 19.32 फीसदी बढ़कर 535.31 करोड़ रुपये हो गया।

जून 2025 तक कंपनी के परिचालन केंद्रों में डेस्क क्षमता लगभग 1.14 लाख थी। कंपनी का लक्ष्य आगे चलकर अपनी क्षमता को 20 फीसदी से अधिक बढ़ाना है और इसके लिए वह मुख्यतः अपने आंतरिक संसाधनों का उपयोग करेगी।

जून 2025 तक कंपनी की नकदी और नकदी समकक्ष 8.77 करोड़ रुपये थी, जो जून 2024 में रही 14.04 करोड़ रुपये से कम थी, जिसका मुख्य कारण निवेश गतिविधियों में उपयोग की गई शुद्ध नकदी थी।

आईपीओ के लिए कीमत दायरा 615 रुपये से 648 रुपये प्रति शेयर निर्धारित किया गया है। आईपीओ शुक्रवार 3 अक्टूबर को खुलेगा और मंगलवार 7 अक्टूबर को बंद होगा। कीमत दायरे के ऊपरी स्तर पर कंपनी का मूल्यांकन 9,000 करोड़ रुपये बैठता है।

First Published : September 29, 2025 | 10:09 PM IST