StayVista IPO: लक्जरी विला रेंटल सेक्टर की सबसे बड़ी कंपनी स्टेवीस्टा 2028 तक आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (StayVista IPO) लॉन्च करने की योजना बना रही है। कंपनी का लक्ष्य 600 करोड़ रुपये का राजस्व हासिल करना है। वर्तमान में कंपनी देशभर में 1,000 प्रॉपर्टीज को ऑपरेट करती है और अगले ढाई साल में अपने पोर्टफोलियो को 2,500 विला तक बढ़ाने की योजना बना रही है।
स्टेवीस्टा के को-फाउंडर अमित दमानी ने कहा, ‘हमने वित्त वर्ष 24 (FY24) में 140 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त किया, जिसके बाद FY25 की पहली तिमाही (Q1FY25) में कंपनी EBITDA पॉजिटिव हो गई। इस दौरान हमने 42.2 करोड़ रुपये का राजस्व और 1 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ (net profit) प्राप्त किया। हमने केवल 30 करोड़ रुपये की पूंजी के साथ पिछले सात सालों में अत्यधिक पूंजी कुशलता (capital efficient )दिखाई है और इस साल 196 करोड़ रुपये के राजस्व और 4 करोड़ रुपये के मुनाफे के साथ वित्तीय वर्ष समाप्त करने की उम्मीद है।’
उन्होंने आगे कहा, ‘लंबे वीकेंड्स और उत्सवों के लिए शॉर्ट-हॉल ट्रिप्स की बढ़ते ट्रेंड इस कैटेगरी में हाई ऑक्यूपेंसी रेट को बढ़ावा दे रही है।’ हालांकि अन्य होटलों के मुकाबले बुकिंग की दर यानी ऑक्यूपेंसी रेट कम है, फिर भी यह औसतन 35 प्रतिशत रहती है। यह वीकेंड पर 80 प्रतिशत तक जा सकती है। दिल्ली से कसौली, मुंबई के पास लोनावला, बेंगलूरु के पास कूर्ग और गोवा जैसे मेट्रो शहरों से गेटवे डेस्टिनेशन कंपनी के सबसे बड़े बाजार हैं।
Statista के अनुसार, भारत में वेकेशन रेंटल्स का मार्केट 2024 तक 2.12 अरब डॉलर का प्रोजेक्शन है और इसके 8.72 प्रतिशत की सालाना ग्रोथ रेट से 2029 तक 3.22 बिलियन डॉलर (3.22 अरब डॉलर) तक पहुंचने की उम्मीद है।
Make My Trip के को-फाउंडर और समूह मुख्य कार्यकारी अधिकारी (group CEO) राजेश मागो ने पहले बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया था, ‘होमस्टे एक नई कैटेगरी है, जो बहुत संभावना वाली है, और मुझे लगता है कि यह अगले तीन-चार वर्षों के लिए 30-40 प्रतिशत की CAGR से बढ़ेगी।’
दमानी इस ग्रोथ का लाभ उठाने की योजना बना रहे हैं और अपने सबसे बड़े बाजारों में अपनी उपस्थिति मजबूत करने के साथ-साथ नए घरेलू भौगोलिक क्षेत्रों में विस्तार करने की योजना बना रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘हम देश में अपने नेटवर्क का और विस्तार करना चाहते हैं। हम उत्तराखंड, हिमाचल और कश्मीर जैसे बाजारों में विकास की काफी संभावनाएं देखते हैं, जहां हम अपनी आपूर्ति बढ़ाना चाहते हैं। इसके अलावा, हम वाइल्डलाइफ डेस्टिनेशंस और धार्मिक स्थलों जैसे बाजारों पर भी नजर रख रहे हैं। हमने एक साल पहले वाराणसी में शुरुआत की थी, और वहां का ऑक्यूपेंसी रेट हमारे अन्य सभी प्रॉपर्टीज से अधिक है, इसलिए हम इस पर फोकस कर रहे हैं।’
उन्होंने कहा, ‘हम तिरुपति, अयोध्या और ऋषिकेश, और रणथंभौर, बांधवगढ़ और कान्हा नेशनल पार्क जैसे वाइल्डलाइफ डेस्टिनेशंस पर भी फोकस कर रहे हैं। ये डेस्टिनेशंस शादियों और कॉर्पोरेट इवेंट्स के लिए भी उपयुक्त हैं, जिसके लिए हम बड़ी संपत्तियों की तलाश कर रहे हैं, जैसे तीन से पांच कॉटेज का एक समूह – जिससे हमें बड़े इवेंट्स के लिए अधिक इन्वेंटरी मिल सके।’