इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन विनिर्माता एथर एनर्जी लिमिटेड ने अपने बकाया अनिवार्य परिवर्तनीय तरजीही शेयरों (CCPS) को इक्विटी में परिवर्तित करके बहुप्रतीक्षित आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) की ओर एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। मर्चेंट बैंकिंग सूत्रों के अनुसार, यह कदम कंपनी के आईपीओ की तैयारी का हिस्सा है। कंपनी का आईपीओ अप्रैल में आने की उम्मीद है।
कंपनी पंजीयक (RoC) में दर्ज दस्तावेजों के अनुसार, कंपनी के निदेशक मंडल ने आठ मार्च, 2025 को एक प्रस्ताव पारित किया, जिसमें 1.73 करोड़ से अधिक बकाया सीसीपीएस को 24.04 करोड़ पूर्ण चुकता इक्विटी शेयरों में बदलने की मंजूरी दी गई। एक रुपये अंकित मूल्य वाले ये शेयर मौजूदा इक्विटी शेयरों के बराबर ही होंगे।
भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के पूंजी निर्गम एवं खुलासा आवश्यकताएं (ICDR) विनियमों के अनुसार, दस्तावेजों का मसौदा (आरएचपी) दाखिल करने से पहले सभी सीसीपीएस को इक्विटी में परिवर्तित किया जाना चाहिए। यह कदम संकेत देता है कि एथर एनर्जी अपने आईपीओ की ओर तेज़ी से आगे बढ़ रही है, जो वित्त वर्ष 2025-26 में पेश होने वाले पहले आईपीओ में से एक हो सकता है।
एथर ने महाराष्ट्र में इलेक्ट्रिक दोपहिया संयंत्र स्थापित करने और कर्ज कम करने के लिए कोष जुटाने को पिछले साल सितंबर में दस्तावेजों का मसौदा दाखिल किया था। दस्तावेजों के अनुसार, आईपीओ 3,100 करोड़ रुपये मूल्य के इक्विटी शेयरों के नए निर्गम और प्रवर्तकों व निवेशकों द्वारा 2.2 करोड़ शेयरों की बिक्री पेशकश (ओएफएस) का संयोजन होगा।
पिछले साल अगस्त में ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के 6,145 करोड़ रुपये के आईपीओ के बाद यह दूसरी इलेक्ट्रिक दोपहिया कंपनी होगी जो सार्वजनिक निर्गम लाने की तैयारी कर रही है। ओला इलेक्ट्रिक के आईपीओ में 5,500 करोड़ रुपये तक का नया निर्गम और 8,49,41,997 इक्विटी शेयरों का ओएफएस शामिल था।