मेरी उम्र 39 साल है। मैं दस विभिन्न योजनाओं में सिस्टेमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लॉन (एसआईपी) के जरिए 23,500 रुपये प्रतिमाह निवेश कर रही हूं। मैं हर साल 60,000 रुपये पब्लिक प्रोविडेंट फंड (पीपीएफ) में भी निवेश कर रही हूं।
ये सभी निवेश लंबी अवधि को ध्यान में रखकर किए गए हैं। मेरी योजना अपने निवेश में सालाना 10 फीसदी वृध्दि कर अपने पोर्टफोलियो को 2017 तक एक करोड़ रुपये और 2027 तक चार करोड़ रुपये तक पहुंचाने की है। क्या मेरा वर्तमान पोर्टफोलियो मुझे मेरे लक्ष्य तक पहुंचाने के लिए काफी है? – इंद्राणी शर्मा
आपके पोर्टफोलियो में नजर डालने पर जो बात ध्यान खींचती है, वह है आपके द्वारा किया गया फंडों का चुनाव। आपके पोर्टफोलियो में शामिल अधिकांश फंड अच्छे ट्रैक रिकार्ड वाले हैं जिससे पता चलता है कि आपने काफी सोच विचार करके निवेश किया है। खास करके आपका एसआईपी वाला चुनाव।
अपने एसआईपी निवेश में दस फीसदी की सालाना वृध्दि के आपके लक्ष्य के लिए आप इस गणित को देखें। वर्तमान में आपकी मासिक एसआईपी 23,500 रुपये है। आपने अप्रैल 2007 से निवेश करना शुरु किया था। आपने 10 फीसदी दर से सालाना कंपाउंड रिटर्न का अनुमान लगाया है। उस समय आपके पोर्टफोलियो की वैल्यू 82 लाख रुपये हो जाएगी।
2017 के बाद अपने पोर्टफोलियो में सालाना 10 फीसदी वृध्दि करने का आपका लक्ष्य एक दशक बाद 4.15 करोड़ रुपये पर पहुंच जाएगा। कंपाउंडिंग का मैजिक और लंबी मियाद में रुपये की लागत का औसत निकालना खासा महत्वपूर्ण हो सकता है। जरूरत बस इतनी है कि आप कठिन समय में धैर्यवान बनी रहें।
आपको अपने नजरिए को कैसे और बेहतर कर सकती हैं, इस बारे में हम कुछ सुझाव दे रहे हैं:
अपने पोर्टफोलियो में फंडों की संख्या कम करें। हालांकि आपके अधिकांश फंड अच्छी श्रेणी के हैं लेकिन कहावत है कि अति सर्वत्र वर्जते। इसके साथ सीमा से अधिक फंड होने से पोर्टफोलियो अधिक डायवर्सिफाइड हो जाता है। उदाहरण के लिए आपका वर्तमान म्युचुअल फंड पोर्टफोलियो ब्रेक अप 227 शेयर दिखाता है। लेकिन केवल इसमें 11.5 फीसदी ही ऐसे हैं जहां आवंटन एक फीसदी से ऊपर है।
प्रतिशत होल्डिंग के आधार पर आपके पोर्टफोलियो में टाटा इन्फ्रा और जेएम फाइनेंशियल सर्विस सबसे ऊपर है जबकि हमेशा सलाह दी जाती है कि किसी एक सेक्टर या थीम पर आधारित फंडों में न्यूनतम एक्सपोजर होना चाहिए। इन फंडों में रिटर्न पूरी तरह सहयोगी सेक्टरों के प्रदर्शन पर निर्भर करता है। यानी जब सेक्टर अच्छा प्रदर्शन करेगा तो फंड भी अच्छा कारोबार करेगा।
जब हम सेक्टर आवंटन का ब्रेक अप करते हैं तो पाते हैं कि जेएम फाइनेंशियल सेक्टर में आपके एक्सपोजर से आपके पोर्टफोलियो में फाइनेंशियल सेक्टर सबसे ऊपर है। इसे 33 फीसदी का आवंटन होने से आपके पोर्टफोलियो में जोखिम बढ़ रहा है। सबसे खास बात यह कि जब आपका पोर्टफोलियो इतना अच्छा है तो फिर इस क्षेत्र के फंडों में इतनी अधिक होल्डिंग कैसे हो गई?
इस साल 20 अक्टूबर तक बैंकिंग सेक्टर 46.19 फीसदी गिर चुका है और इस क्षेत्र के फंड 56.51 फीसदी फिसले हैं जिससे यह फंड सबसे खराब कारोबार करने वाले फंडों की सूची में शामिल है। आपको सलाह है कि अगर आप इस केटेगरी में निवेश करना चाहती हैं तो आप बेहतर फंड का चुनाव करें।
आपने जिन दस फंडों में निवेश किया है उनमें से तीन लॉर्ज कैप से हैं। लेकिन आपके निवेश में इनका हिस्सा बस 26 फीसदी ही है। इस तरह लॉर्ज कैप में आपका निवेश कम होना आपके पोर्टफोलियो को जोखिम भरा बना रहा है। आपको सलाह दी जाती है कि लॉर्ज कैप में अपना आवंटन बढाने के लिए आप लॉर्ज कैप फंडों में निवेश बढ़ाएं। इससे आपके पोर्टफोलियो में स्थायित्व बढ़ेगा।
अंत में सबसे अहम बात यह है कि आपके पोर्टफोलियो में पर्याप्त डेट फंडों का अभाव है। आप अपना डेट एक्सपोजर 10 से 15 फीसदी तक बढ़ाएं। आप अच्छे रिकार्ड वाले डेट फंडों में निवेश करके ऐसा कर सकते हैं। इस समय कई श्रेणी के डेट फंड उपलब्ध हैं। आप कोटक फ्लेक्सी डेट फंड, बिड़ला सन लाइफ एमआईपी 2 सेविंग 5 और डीबीएस चोला एमआईपी में से किसी उपयुक्त डेट फंड में निवेश कर सकती हैं।
आप सावधानी और बुध्दिमता भरे नजरिए और हमारी सलाह पर चलकर अपना लक्ष्य हासिल कर सकती हैं। वर्तमान में बाजार में आ रही गिरावट से आप निराश या हताश न हों। इक्विटी निवेश लंबी मियाद के लिए किया जाता है। आप लगातार निवेश करती रहें और हर छह माह में अपने पोर्टफोलियो को फिर से संतुलित करें। आपको हार्दिक शुभकामनाएं।