इंडिगो (Indigo Airline) की पेरेंट कंपनी इंटरग्लोब एविएशन (Interglobe Aviation) ने वित्त वर्ष 2023 की चौथी तिमाही के दौरान 919 करोड़ रुपये के साथ शानदार शुद्ध लाभ दर्ज किया। हालांकि मुनाफा बाजार अनुमान के अनुरूप नहीं रहा, क्योंकि यह 1,160 करोड़ रुपये से बढ़कर 2,180 करोड़ रुपये का अनुमान जताया गया था।
Stock Market में इंडिगो का शेयर 18 मई को नतीजों की घोषणा के बाद से महज 30 पैसे मजबूत हुआ। तुलनात्मक तौर पर, सेंसेक्स में समान अवधि के दौरार 550 अंकों की तेजी दर्ज की गई है।
विश्लेषकों ने सुझाव दिया है कि निवेशकों को एयरलाइन की लागत (किराया, रखरखाव, कर्मचारी और हवाई अड्डा शुल्क समेत) पर नजर रखनी चाहिए, क्योंकि इससे मार्च तिमाही में कंपनी के मुनाफे पर कुछ दबाव पड़ा है।
इंडिगो का मार्च तिमाही में राजस्व एक साल पहले के मुकाबले 76.6 प्रतिशत बढ़कर 14,160.6 करोड़ रुपये रहा। इस बीच, एबिटा और किराया लागत 1,600 प्रतिशत से ज्यादा बढ़कर 2,966.5 करोड़ रुपये पर दर्ज की गई।
इस एयरलाइन की ईधन लागत सालाना आधार पर 74 प्रतिशत से ज्यादा बढ़कर 5,613 करोड़ रुपये, अन्य लागत 21 प्रतिशत बढ़कर 8,067.3 करोड़ रुपये रही। वहीं कुल लागत 38.4 प्रतिशत तक बढ़कर 13,680.3 करोड़ रुपये पर पहुंच गई।
कपनी प्रबंधन को पट्टा संबंधित लागत में ज्यादा इजाफा होने का अनुमान नहीं है। लेकिन विश्लेषकों का मानना है कि बढ़ती ब्याज लागत की वजह से इसमें मामूली इजाफा हो सकता है।
उनका कहना है कि जिन बदलावों पर नजर रखने की जरूरत है, वे संभवत: हवाई किराये से जुड़े हुए हैं। मोतीलाल ओसवाल फाइनैंशियल सर्विसेज (एमओएफएसएल) के विश्लेषकों के अनुसार, 30 दिन की घरेलू कीमतें वित्त वर्ष 2024 की पहली तिमाही में तिमाही तौर पर अब तक 12 प्रतिशत तक ज्यादा हैं।
वहीं 15 दिन पर आधारित कीमतों में तिमाही आधार पर 20 प्रतिशत तक का इजाफा हुआ है। विश्लेषकों का मानना है कि गो फर्स्ट से जुड़े घटनाक्रम की वजह से भी कीमतों में कुछ हद तक इजाफा हुआ है।
हालांकि खबरों से पता चला है कि संसदीय समिति ने बढ़ते हवाई किराये पर चर्चा के लिए निजी एयरलाइनों को तलब किया है। हवाई किराये पर किसी तरह की सीमा के संबंध में जेएम फाइनैंशियल के विश्लेषकों ने एक ताजा रिपोर्ट में कहा कि इससे एयरलाइनों के परिचालन पर विपरीत प्रभाव पड़ेगा। ब्रोकरेज ने यह भी कहा कि इंडिगो के प्रवर्तक राकेश गंगवाल द्वारा बड़ी हिस्सेदारी बिक्री से शेयर पर दबाव बना रह सकता है। हालांकि कई ब्रोकरों ने इंडिगो के लिए आय अनुमान बढ़ाए हैं।
एमके ग्लोबल ने वित्त वर्ष 2024 के लिए कंपनी का शुद्ध लाभ 40 प्रतिशत तक और वित्त वर्ष 2025 के लिए 16 प्रतिशत बढ़ने का अनुमान जताया है। ब्रोकरेज फर्म ने इस शेयर की रेटिंग न्यूट्रल से बढ़ाकर खरीदें कर दी है और कीमत लक्ष्य 2,135 रुपये से बढ़ाकर 3,126 रुपये कर दिया है। इससे इस शेयर में मौजूदा स्तरों से करीब 38 प्रतिशत तक की तेजी आने का संकेत मिलता है।