बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) पर सूचीबद्ध कंपनियों का कुल बाजार पूंजीकरण (एमकैप) सोमवार को पहली बार 400 लाख करोड़ रुपये के पार पहुंच गया। एमकैप में यह तेजी स्मॉलकैप कंपनियों के शेयरों के मार्च के निचले स्तर से अच्छी वापसी करने की बदौलत आई है।
निफ्टी स्मॉलकैप 100 सूचकांक में लगातार 12वें कारोबारी सत्र में तेजी आई और इस दौरान यह 12 फीसदी चढ़ गया। सूचकांक अब नई ऊंचाई से महज 1 फीसदी दूर है।
इस बीच बेंचमार्क सेंसेक्स और निफ्टी लगातार दूसरे दिन नए शिखर पर बंद हुए। भारत का बाजार पूंजीकरण जुलाई 2023 में 300 लाख करोड़ रुपये के स्तर को पार किया था और उस समय सेंसेक्स 66,000 से थोड़ा नीचे था।
देसी बाजार का अब अगला बड़ा पड़ाव 5 लाख करोड़ डॉलर बाजार पूंजीकरण हासिल करना होगा, जिससे अभी वह करीब 4 फीसदी पीछे है। बाजार के भागीदारों ने कहा कि घरेलू मोर्चे पर वृहद आर्थिक मजबूती और विदेशी निवेश के निरंतर प्रवाह से शेयर बाजार में तेजी का सिलसिला बना हुआ है।
मोतीलाल ओसवाल फाइनैंशियल सर्विसेज में ब्रोकिंग कारोबार के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्याधिकारी अजय मेनन ने कहा, ‘भारत वर्तमान में अनुकूल वृहद और सूक्ष्म आर्थिक स्थिति के संगम का आनंद ले रहा है। पूंजी बाजार में घरेलू खुदरा निवेशकों की भागीदारी भी खूब बढ़ी है। देश की अर्थव्यवस्था की रफ्तार भी तेज है और वित्त वर्ष 2025/26 में देश का सकल घरेलू उत्पाद 4 लाख करोड़ डॉलर के पार पहुंच सकता है और वित्त वर्ष 2034 तक यह 8 लाख करोड़ डॉलर के स्तर को छू सकता है।’