ज्यादातर विदेशी निवेशक भारत से पैसा निकालने में लगे हैं, लेकिन कुछ ऐसे भी निवेशक हैं जिन्हें अब भी भारत में निवेश के लिहाज से संभावनाएं नजर आ रही हैं।
कुछ निवेशकों को लगता है कि अब भी देश में कमोडिटी के शेयरों में निवेश करना फायदेमंद हो सकता है, खासतौर पर कृषि कमोडिटी के शेयरों को खरीदना। बीएमओ फाइनैंशियल समूह के वैश्विक पोर्टफोलियो स्ट्रैटेजिस्ट डोनाल्ड कोक्स कहते हैं, ‘निकट भविष्य में कृषि कमोडिटी के शेयरों में पैसा लगाना फायदेमंद हो सकता है।’
वैश्विक बाजारों में छाई मंदी की वजह से वित्तीय संस्थागत निवेशक (एफआईआई), खासतौर पर हेज फंड भारतीय शेयर बाजारों से अपना पैसा निकाल रहे हैं ताकि वे डॉलर बना सकें। हालांकि डोनाल्ड को अब भी भारतीय बाजारों में पूरा भरोसा है और वह कहते हैं, ‘यह रुख बस थोड़े समय के लिए ही देखने को मिलेगा।’
डोनाल्ड ने इस मुश्किल समय में भी अपनी कंपनी को सलाह दी है कि वे मुंबई में कार्यालय खोलें। उन्होंने कहा कि भारत में मध्य वर्ग तेजी से उभर रहा है और एक ही बच्चे की नीति की वजह से चीन पीछे रह सकता है।
उन्होंने कहा कि भारत में बढ़ती आबादी का एक फायदा यह हो सकता है कि यहां जो भी उत्पादन होगा, उसकी खपत देश में ही हो जाएगी। इस मोर्चे पर आने वाले दिनों में चीन पिछड़ा रह सकता है।
डोनाल्ड भारत को लेकर इतने आशावादी हैं कि उनका मानना है कि आने वाले समय में देश ब्रिक देशों के समूह में चीन को भी पीछे छोड़ देगा।