भारत यूरोपीय देश जर्मनी को पीछे छोड़ते हुए 3 लाख करोड़ डॉलर बाजार पूंजीकरण वाले क्लब में शामिल हो गया है। हमारा देसी बाजार सोमवार को ब्रिटेन, फ्रांस और कनाडा जैसे देशों के साथ 3 लाख करोड़ डॉलर वाले क्लब में शामिल हो गया। वैश्विक स्तर पर सबसे मूल्यवान इक्विटी बाजारों की सूची में भारत की रैंकिंग अभी आठवीं है, जो जर्मनी से आगे है, जिसका बाजार पूंजीकरण 2.8 लाख करोड़ डॉलर है। विगत में जर्मनी व भारत के बीच आठवें पायदान के लिए मुकाबला हो चुका है। यूरोपीय इक्विटी के प्रदर्शन के कारण जर्मनी भी जल्द 3 लाख करोड़ डॉलर बाजार पूंजीकरण वाले देशों की सूची में शामिल हो सकता है। फ्रैंकफर्ट स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध बड़ी कंपनियों के प्रदर्शन की माप करने वाला डैक्स इंडेक्स इस साल 13 फीसदी चढ़ा है और इस तरह से सेंसेक्स के मुकाबले उसका प्रदर्शन उम्दा रहा है क्योंकि सेंसेक्स में इस साल 6 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज हुई है। हाल के महीनों में यूरोपीय बाजार वैश्विक स्तर पर सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले बाजार रहे हैं। कोविड-19 के घटते मामले और मृतकों की घटती संख्या के अलावा तेजी से हो रहे टीकाकरण व लॉकडाउन में नरमी का यूरोपीय बाजारों में निवेशकों की अवधारणा का असर पड़ा है।