इस साल कारोबार के लिहाज से जिन कंपनियों का प्रदर्शन सबसे बेहतर रहा, उनमें हिंदुस्तान यूनिलीवर का नाम खास तौर पर शुमार है।
एफएमसीजी क्षेत्र की इस बहुराष्ट्रीय कंपनी ने 1 जनवरी 2008 और 24 दिसंबर 2008 के बीच 20.45 फीसदी का मुनाफा कमाया है। इसके अलावा दो अन्य कंपनियों का भी प्रदर्शन बेहतर रहा है।
ये दोनों कंपनियां हैं, दोपहिया निर्माता हीरो होंडा और दवा कंपनी ग्लैक्सोस्मिथक्लाइन (जीएसके) फार्मा। हीरो होंडा के कारोबार में 16.6 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई जबकि ग्लैक्सो के कारोबार में 9 फीसदी की तेजी का रुख रहा।
इस साल की शुरुआत से बीएसई सेंसेक्स करीब 53 फीसदी लुढ़क चुका है जबकि एनएसई भी गिरावट के मामले में पीछे नहीं रहा और उसमें भी 52.5 फीसदी की कमी आई है।
मंदी के कारण इस गिरावट केदौर में जिन कंपनियों को सबसे ज्यादा नुकसान उठाना पडा, उनमें जेपी एसोसिएट्स एक जाना पहचाना नाम है।
इसके शेयरों में काफी गिरावट आई और इसे 82 फीसदी तक का नुकसान उठाना पडा। निफ्टी की कं पनियों में एक यूनिटेक भी है जिसके कारोबार को बुरा वक्त देखना पड़ रहा है। इसे करीब 92 फीसदी नुकसान उठाना पडा है।
हालांकि इस नफे-नुकसान का जायजा लेने के लिए एक सूची में शामिल कंपनियों का ही अध्ययन किया गया। वैसे, एचयूएल और जीएसके फार्मा का प्रदर्शन भी कुल मिलाकर आश्चर्यजनक नहीं रहा है।
अभी बाजार में कारोबार बहुत ही ठंडा चल रहा है और इस लिहाज से निवेशक अपने आप को ज्यादा से ज्यादा सुरक्षित रखना चाहते हैं।
हीरो होंड के प्रदर्शन की बात करें तो यह दूसरी कंपनियों के मामले में निश्चित तौर पर सराहनीय रहा है क्योंकि हाल के कुछ महीनों में वाहन क्षेत्र की स्थिति बहुत अच्छी नहीं रही है।
अपने मजबूत ब्रांड की बदौलत कंपनी जबरदस्त प्रदर्शन करने में सफल रही है। कंपनी ग्रामीण क्षेत्रों के ग्राहकों को अपनी तरफ खींच पाने में कामयाब रही और अपनी प्रतिस्पर्धी कंपनियों पर बहुत भारी पड़ी।
ब्याज दरों में बढ़ोतरी का भी इस पर कोई खास असर नहीं पडा और इस लिहाज से भी इसका प्रदर्शन अपनी प्रतिद्वंद्वी कंपनियों से बहुत बेहतर रहा।
जिन प्रमुख बीस कंपनियों का प्रदर्शन (सेंसेक्स की अपेक्षा कम गिरावट आने के लिहाज से) सबसे बढिया रहा, उनमें 7 एफएमसीजी क्षेत्र की रहीं। कह सकते हैं कि दुनिया भर में चल रहे बुरे दौर में ये सभी कंपनियां मंदी को मात देने में काफी हद तक कामयाब रहीं।