निफ्टी के 3600 के स्तर के बाद से ही बाजार नए निचले स्तर और ऊपर में भी नए निचले (लोअर हाई)स्तर यानी फालिंग वेज बना रहा है।
तकनीकी विशेषज्ञ कहते हैं कि यह उतार-चढ़ाव कुछ और समय तक जारी रह सकता है जिससे पोजीशन कारोबारियों को हताशा का सामना करना पड़ रहा है।वीएफएमडॉयरेक्ट डॉट कॉम के कमलेश लंगोटे ने बताया कि फालिंग वेज एक बुलिश यानी तेजी का पैटर्न होता है और यह खासकर तगड़े करेक्शन के बाद बनता है।
यह वेज उसी समय तक मान्य रहेगी जब तक बाजार इस दायरे में कारोबार करता रहेगा। अगर बाजार निचली कारोबारी लाइन को नहीं तोड़ता है तो नया निचला स्तर पूरी तरह से ठीक है। एक ऊपर की ओर हुआ ब्रेकआउट 3600 का प्राइस इंप्लिकेशन है और इंवेलिडेशन निचली कारोबारी लाइन का टूटना है।
निफ्टी आज 3059 के नए निचले स्तर पर चला गया है। अगर यहां से यह लेवल टूटता है तो सूचकांक 3000 के नीचे फिसल सकता है जहां उसके लिए 2900 नया लक्ष्य होगा। आज तकनीकी और बैंकमें बनी रैली के कारण पिछले चार दिन के डाउनट्रेंड से उबरने में सफलता मिली।
इंफोसिस टेक्नोलॉजी, सत्यम कंप्यूटर्स, टीसीएस और विप्रो के शेयर कैश सेगमेंट में हुई डिलेवरी पर आधारित खरीद और डेरिवेटिव सेगमेंट में ताजा लांग पोजीशन बनने से 8-10 फीसदी चढ़े। बैंकों के शेयरों की बात करें तो आईसीआईसीआई बैंक के अक्टूबर फ्यूचर्स में ओपन इंट्रेस्ट में हुई मामूली बढ़त के कारण लांग पोजीशन अनवाइंड हुई जबकि इसका शेयर पांच फीसदी ऊपर था।
रिलायंस उद्योग जैसे बड़े शेयर में भी लांग पोजीशन अनवाइंड हुई निफ्टी अक्टूबर फ्यूचर्स 20 अंकों के प्रीमियम पर बंद हुआ और इसने 273,650 शेयरों का ओपन इंट्रेस्ट जोड़ा।नवंबर फ्यूचर्स के ओपन इंट्रेस्ट में भी 757,200 शेयरों का प्रभावशाली ओपन इंट्रेस्ट बढ़ा जबकि उसका वर्तमान माह के निफ्टी फ्यूचर्स से प्रीमियम शुक्रवार के 16 अंक से बढ़कर 22 अंक हो गया।
इसे पता चलता है कि कुछ कारोबारी निफ्टी में लांग पोजीशन बना रहे हैं। उन्हें जल्द ही किसी तकनीकी पुलबैक की उम्मीद है। हमने देखा है कि इन-द-मनी पुट्स में अहम पोजीशन अन वाइंड हुई है। यह शॉर्ट टर्म पुलबैक का संकेत है।