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एचडीएफसी: धीमी प्रगति

Last Updated- December 06, 2022 | 1:03 AM IST

बैंक की इस तिमाही में होम लोन देने की दरों में कमी दर्ज की गई।


 मार्च 2008 की तिमाही में देश में सबसे ज्यादा होम लोन देने वाले एचडीएफसी बैंक के होम लोन के वितरण की दर 22.5  फीसदी दर्ज की गई जबकि इस वित्तीय वर्ष की दिसंबर तिमाही में यह दर 29.5 फीसदी थी।


हालांकि यह इसलिये भी हो सकता है क्योंकि एचडीएफसी डेवलपर्स को जारी किये गये लोन की अपेक्षा ब्यक्तिगत लोन पर अधिक गौर कर रही है। यद्यपि बाजार एचडीएफसी केपरिणामों से कुछ परेशान था। इसका परिणाम शेयर बाजार में बैंक के स्टॉक पर भी दिखा और यह बुधवार के कारोबारी सत्र में 2.6 फीसदी गिरकर 2805 रुपये पर बंद हुआ।


बैंक को एक्ससेप्शनल आइटम से मिलने वाला लाभ मार्च की तिमाही में 31.5 फीसदी बढ़ा जबकि इससे मिलने वाला सालाना लाभ वित्तीय वर्ष 2008 में 41.5 फीसदी रहा।क्रेडिट ग्रोथ में धीमापन रहने के अलावा बैंक ने अपने नेट इंट्रेस्ट मॉर्जिन को बरकरार रखा और बैंक का वित्तीय वर्ष 2008 के अंत में नेट इंट्रेस्ट मॉर्जिन 2.32 फीसदी रहा जबकि वित्तीय वर्ष 2007 में यह 2.18 फीसदी रहा था।


उधारी की लगातार बढ़ती कीमत के साथ होम लोन में 0.75 फीसदी की बढ़ोत्तरी का फायदा भी बैंक को मिला। यद्यपि बैंक ने फरवरी 2008 से अपनी होम लोन की दरें 0.25 फीसदी फिर गिरा दी। नेट नॉन-परफारमिंग लोन पर यदि निगाह डाली जाए 0.5 फीसदी के बेहतर आकड़े के साथ बैंक की बुक साफ-सुथरी दिखती है।


बैंक और उसकी अनुसंगियों को साथ में लेकर इंश्योरेंस फर्म और एसेट मैनेजमेंट कंपनियों ने एचडीएफसी के शेयर की कीमत 3,400 अनुमानित की है जो मौजूदा बाजार मूल्य से 20 फीसदी ज्यादा है।


नेस्ले: मिठास बढ़ी


आय में 48 फीसदी की बढ़ोत्तरी और ऑपरेटिंग मार्जिन में 2.2 फीसदी के सुधार के साथ नेस्ले ने मार्च 2008 की तिमाही में बेहतर परिणाम दिखाए। कंपनी अपने कारोबार में उत्पादों की बढ़ती कीमतों का फायदा उठा रही है।


कंपनी केपरिणाम वाकई धमाकेदार हैं क्योंकि उसकी घरेलू बिक्री में 29 फीसदी की बढ़ोत्तरी हुई जो पिछले वित्तीय वर्ष में 25 फीसदी देखी गई थी। ब्रेवरेज और मिल्क उत्पादों के दाम बढ़ रहे हैं जबकि कंपनी के ज्यादातर पैक्ड डिसेज के वॉल्यूम बिकते है जिनमें 30 फीसदी की बढ़ोत्तरी देखी गई।


स्के ल बेनीफिट से कंपनी का परिचालन लाभ भी बढ़ा और इससे कंपनी को कच्चे माल की कीमतों के अनुपात को स्थिर रखनें में मद्द मिली है। कच्चे माल के दाम तेजी से बढ़ रहे हैं क्योंकि दूध और गेहूं की कीमतें पिछले साल की तुलना में काफी ज्यादा हैं।


कंपनी का मार्च की तिमाही में कुल लाभ 22.2 फीसदी रहा जबकि यह पिछले वित्तीय वर्ष की तिमाही में 19.1 फीसदी रहा था। इन सभी कारणों की वजह से कंपनी के शेयरों की कीमतों का बुधवार के कारोबारी सत्र में ही नौ फीसदी बढ़कर 1,774 के स्तर पर पहुंचना आश्चर्यजनक नहीं रहा।


मौजूदा बाजार मूल्य की कीमत वर्तमान वर्ष 2008 में अनुमानित आय से 28 फीसदी ज्यादा है और यह ज्यादा महंगा नही है। कंपनी की टॉपलाइन ग्रोथ जारी रहनी चाहिये क्योंकि कंपनी अतिरिक्त आय का इस्तेमाल पैकेज्ड फूड और ब्रेवरेज की बढ़ती हुई मांग की आपूर्ति में लगा रही है। हालांकि कृषि उत्पादों की बढ़ती महंगाई से कंपनी के लाभ पर दबाव पड़ सकता है।

First Published - May 1, 2008 | 10:41 PM IST

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