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गोल्ड एक्सचेंज का खाका आया

Last Updated- December 12, 2022 | 4:42 AM IST

बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने सोमवार को हाजिर गोल्ड एक्सचेंज बनाने के लिए एक विस्तृत खाका पेश किया है, जहां सोने का कारोबार इलेक्ट्रॉनिक गोल्ड रिसीप्ट के रूप में किया जाएगा और इससे पारदर्शी घरेलू हाजिर मूल्य खोज की प्रणाली बनाने में मदद मिलेगी। 
साथ ही प्रस्तावित खाके में इलेक्ट्रॉनिक गोल्ड रिसीप्ट्स (ईजीआर) 1 किलोग्राम, 100 ग्राम, 50 ग्राम की होंगी और यह स्थितियों पर निर्भर होगा और यह 5 से 10 ग्राम की भी हो सकती हैं। गोल्ड एक्सचेंज पर परामर्श पत्र जारी करने के अलावा नियामक ने वाल्ट मैनेजरों के लिए मसौदा मानक भी पेश किया है और उनका पंजीकरण सेबी मध्यस्थ के रूप में होगा। प्रस्तावित गोल्ड एक्सचेंज में पूरे कारोबार के वातावरण पर और सोने की भौतिक डिलिवरी की व्यवस्था है और इसके लिए एक वाइब्रेंट गोल्ड इकोसिस्टम की जरूरत के मुताबिक परिकल्पित किया गया है, क्योंकि सोने की वैश्विक खपत में भारत की हिस्सेदारी बहुत बड़ी है। 
2021-22 का बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा था कि सेबी गोल्ड एक्सचेंज की नियामक होगी और जिंस बाजार का पारिस्थितिकी तंत्र स्थापित करने के लिए  वेयरहाउसिंग डेवलपमेंट ऐंड रेगुलेटरी अथॉरिटी (डब्ल्यूडीआरए) को मजबूत किया जाएगा।
सेबी के मुताबिक प्रस्तावित गोल्ड एक्सचेंज प्रभावी और पारदर्शी घरेलू हाजिर मूल्य खोज में भूमिका निभाएगा और सोने की गुणवत्ता का आश्वासन मिलेगा, भारत के गोल्ड डिलिवरी मानक का प्रमोशन होगा। साथ ही इससे वित्तीय बाजारों का व्यापक  एकीकरण और देश में गोल्ड रिसाइक्लिंग में वृद्धि होगी।

First Published - May 18, 2021 | 12:54 AM IST

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