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QIP के जरिए फंड जुटाने का आंकड़ा पहली बार 1 लाख करोड़ रुपये के पार

2024 में 80 कंपनियों ने QIP के जरिए जुटाए 1.13 लाख करोड़ रुपये, Zomato, अदाणी और वेदांता जैसे बड़े नाम शामिल।

Last Updated- November 29, 2024 | 5:38 PM IST
QIP

2024 में कंपनियों ने योग्य संस्थागत प्लेसमेंट (QIP) के जरिए 1.13 लाख करोड़ रुपये जुटाए हैं। यह अब तक की सबसे बड़ी रकम है। आंकड़ों के मुताबिक, इस साल 80 कंपनियों ने यह फंड जुटाया है, जो 2023 की तुलना में तीन गुना ज्यादा है। 2023 में इसी अवधि के दौरान 35 कंपनियों ने सिर्फ 38,220 करोड़ रुपये जुटाए थे।

पिछला रिकॉर्ड 2020 का था, जब 25 कंपनियों ने QIP के जरिए 80,816 करोड़ रुपये जुटाए थे।

यदि वर्तमान में चल रहे रियल एस्टेट कंपनी गोदरेज प्रॉपर्टीज और केबल व वायर निर्माता केईआई इंडस्ट्रीज के 8,000 करोड़ रुपये के QIP भी सफल होते हैं, तो 2024 में कुल राशि बढ़कर 1.21 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच जाएगी।

स्वतंत्र बाजार विश्लेषक अमरीश बलिगा ने कहा, “2024 सेकेंडरी मार्केट के लिए अच्छा साल रहा, और प्रमोटरों ने फंड जुटाने के लिए इस साल की सकारात्मकता का फायदा उठाया। प्रमोटरों ने पर्याप्त लिक्विडिटी का उपयोग कर भविष्य की योजनाओं के लिए फंड जुटाए।”

नवंबर 2024 में अब तक Wockhardt, Varun Beverages, और Zomato समेत अन्य कंपनियों ने योग्य संस्थागत प्लेसमेंट (QIP) के जरिए कुल 25,000 करोड़ रुपये जुटाए हैं। इसमें Godrej Properties और KEI Industries के QIP से जुटाए गए 8,000 करोड़ रुपये भी शामिल हैं। यह राशि एक महीने में जुटाई गई दूसरी सबसे बड़ी रकम है।

2024 के अक्टूबर तक, 77 कंपनियों ने QIP के जरिए 96,321 करोड़ रुपये जुटाए थे। अगस्त 2020 में QIP के माध्यम से 39,032 करोड़ रुपये जुटाए गए थे, जो अब तक का एक महीने में सबसे ज्यादा फंड है।

QIP फंड का उपयोग

2024 में QIP के जरिए जुटाई गई राशि का अधिकतर उपयोग कंपनियां कर्ज चुकाने या प्री-पेमेंट के लिए कर रही हैं। इसका उद्देश्य बैलेंस शीट को मजबूत करना और ग्रोथ के अवसरों का लाभ उठाना है। इसके अलावा, कंपनियां इस फंड का उपयोग कैपिटल एक्सपेंडिचर और सामान्य कॉरपोरेट खर्चों के लिए भी कर रही हैं।

Equentis Wealth Advisory Services के फाउंडर और मैनेजिंग डायरेक्टर मनीष गोयल के अनुसार, “QIP बुलिश मार्केट का उत्पाद है। जब बाजार में तेजी और वैल्यूएशन ऊंचे होते हैं, तो यह कंपनियों के लिए कम डायल्यूशन के साथ इक्विटी जुटाने का सुनहरा मौका बनता है।”

Zomato और Godrej Properties का बड़ा योगदान

Zomato ने 8,500 करोड़ रुपये का QIP लॉन्च किया, जो 2024 के सबसे बड़े QIP में से एक है। यह फंड डार्क स्टोर्स और वेयरहाउस संचालन की स्थापना, विज्ञापन, ब्रांडिंग, और तकनीकी इन्फ्रास्ट्रक्चर के विकास में उपयोग किया जाएगा। Godrej Properties ने 6,000 करोड़ रुपये का QIP शुरू किया है। इस फंड का उपयोग भूमि अधिग्रहण और भूमि विकास अधिकारों के लिए किया जाएगा।

अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस ने अगस्त 2024 में QIP के जरिए 8,373 करोड़ रुपये जुटाए, जो भारतीय पावर सेक्टर का अब तक का सबसे बड़ा फंडरेज है। इसके अलावा, अदाणी ग्रुप की प्रमुख कंपनी अदाणी एंटरप्राइजेज ने अक्टूबर में QIP के जरिए 4,200 करोड़ रुपये जुटाए।

वेदांता, जो अनिल अग्रवाल के नियंत्रण वाली माइनिंग कंपनी है, ने इस साल 8,500 करोड़ रुपये जुटाए हैं। वहीं, सम्वर्धना मदरसन इंटरनेशनल ने QIP के जरिए 4,938 करोड़ रुपये का फंड जुटाया।

जुलाई से QIP में तेजी

जुलाई 2024 के बाद से अब तक 42 कंपनियों ने QIP के जरिए कुल 72,293 करोड़ रुपये जुटाए हैं, जो इस साल की कुल फंडिंग का 69% है। इस दौरान बीएसई सेंसेक्स करीब 79,000 के स्तर पर स्थिर रहा है और 27 सितंबर को रिकॉर्ड हाई 85,978.25 से 8% की गिरावट दर्ज की गई है।

आगे का आउटलुक

Equinomics Research के फाउंडर और रिसर्च हेड जी. चोक्कालिंगम ने कहा कि 2025 में QIP के जरिए फंड जुटाने की संभावना काफी हद तक सेकेंडरी मार्केट के प्रदर्शन पर निर्भर करेगी। अगर बाजार मजबूत बने रहते हैं, तो QIP फंडिंग का रास्ता कंपनियों के लिए खुला रहेगा।

Equentis Wealth Advisory Services के मनीष गोयल ने कहा, “मार्केट में रिकॉर्ड इनफ्लो और बिजनेस आउटलुक की मजबूती को देखते हुए, अगले कुछ महीनों में QIP के जरिए करीब 1.5 लाख करोड़ रुपये और जुटाए जाने की उम्मीद है। यह समय किसी शानदार नीलामी जैसा है, जहां कंपनियां पहले से अधिक आकर्षक नजर आ रही हैं।”

First Published - November 29, 2024 | 5:38 PM IST

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