सेबी की चेतावनी के बावजूद विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने भारतीय कंपनियों के शेयरों की विदेशों में बिक्री करना जारी रखा है।
शुक्रवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, एफआईआई ने रिलायंस पेट्रोलियम के 3 लाख जबकि एडुकॉम्प के 69 हजार शेयरों की उधारी दी। उसी दिन रिलायंस पेट्रोलियम के शेयरों में करीब 14.09 फीसदी की गिरावट हुई और इसके भाव 77.10 रुपये प्रति शेयर रह गए। एडुकॉम्प के शेयरों का भी यही हाल हुआ जब इसमें उस दिन 6.67 फीसदी की कमी हुई और एक शेयर की कीमत 1,778 रुपये रह गई।
पी-नोट्स के जरिए विदेशों में दी जा रही यह बिक्री बाजार के लिए नुकसानदेह साबित हुई है।सूत्रों के मुताबिक, कारोबारियों ने ऐसे स्टॉक की खरीद कर काफी शॉर्ट पोजीशन बनाई हैं। 10 से 17 अक्टूबर के बीच 1,000 करोड़ रुपये के शेयरों की शॉर्ट सेलिंग की जिससे इन सात दिनों में शेयर बाजार सूचकांक में 12 फीसदी से ज्यादा की गिरावट हो गई।
18 अक्टूबर को सेबी अध्यक्ष सीबी भावे ने विदेशों में किए जा रहे लेनदेन के प्रति चेतावनी जारी की थी।