जहां प्रमुख भारतीय सूचकांक वर्ष के अंत में कई बाजारों के प्रतिफल को पीछे छोड़ते हुए आगे निकल गए, वहीं कुछ वैश्विक कारक 2023 में बाजार की चाल अस्थिर बना सकते हैं। भूराजनीतिक चिंताओं के साथ साथ, मंदी की आशंकाओं, बढ़ती मुद्रास्फीति और कोविड की वापसी से निवेशकों के लिए फिर से जोखिम पैदा हो गए हैं। ऐसे में इन ऐसे 10 ब्लूचिप शेयरों के साथ वर्ष 2023 के लिए अपने पोर्टफोलियो को सुरक्षित बनाए रखें, जो प्रतिफल की जरूरत को संतुलित बनाए रखेंगे। विस्तार से बता रहे हैं राम प्रसाद साहू
एसबीआई कार्ड्स ऐंड पेमेंट सर्विसेज
- देश में दूसरी सबसे बड़ी क्रेडिट कार्ड कंपनी एसबीआई कार्ड क्रेडिट कार्ड आधार हरेक चार से पांच साल में दोगुना होने के साथ वृद्धि के लंबे रास्ते पर है।
- नोमुरा रिसर्च ने घटते ढांचागत जोखिमों की वजह से एसबीआई कार्ड को पसंद किया है। ऐसा मर्चेंट डिस्काउंट में बड़ी कटौती के मामूली जोखिम, ‘बाई नाउ पे लैटर’ कंपनियों से कम प्रतिस्पर्धा, और आरबीआई द्वारा चैलेंजर कार्ड को बंद किए जाने की वजह से है।
- फिर भी, इंटरचेंज फीस में लगातार नरमी को देखते हुए एमके रिसर्च का मानना है कि पूंजी पर प्रतिफल (आरओई) 25-26 प्रतिशत के दायरे में बना रहेगा।
- नोमुरा रिसर्च के विश्लेषकों का मानना है कि भले ही व्यवसाय ऊंचे आरओई, ज्यादा शुल्क आय अनुपात, और बड़ी पैठ के अवसर से जुड़ा हुआ है, लेकिन फिर भी यह बजाज फाइनैंस के मुकाबले गिरावट पर कारोबार कर रहा है।’
आईसीआईसीआई बैंक
- देश में निजी क्षेत्र का यह दूसरा सबसे बड़ा ऋणदाता कई ब्रोकरों का पसंदीदा दांव है।
- जुलाई-सितंबर के तिमाही परिणाम के बाद विश्लेषकों ने इस बैंक के लिए अपने आय अनुमान बढ़ा दिए हैं। उनका मानना है कि ऋणदाता 2021-22 और 2024-25 के बीच लाभ में करीब 19 प्रतिशत की सालाना वृद्धि दर्ज कर सकता है।
- न्यूवामा रिसर्च का मानना है कि अपनी तकनीकी पहलों पर ध्यान केंद्रित करने, मजबूत क्रियान्वयन, और अनुकूल वृहद परिदृश्य के साथ आईसीआईसीआई बैंक शानदार मुनाफा वृद्धि बरकरार रखने के लिए तैयार है।
- मजबूत देयता, पूंजी प्रवाह, प्रावधान कवरेज रेशियो, और शानदार परिसंपत्ति गुणवत्ता के साथ साथ मजबूत प्रतिफल प्रोफाइल और डिजिटल समझ को देखते हुए जेएम फाइनैंशियल भी बैंक के परिदृश्य को लेकर सकारात्मक है।
- परिसंपत्ति प्रबंधन, बीमा (जीवन और सामान्य), और ब्रोकिंग में ऋणदाता की सहायक इकाइयां मजबूत दर से लगातार वृद्धि दर्ज कर सकती हैं, जो शेयरधारकों के लिए सकारात्मक है।
आईटीसी
- दूसरी सबसे बड़ी सूचीबद्ध एफएमसीजी कंपनी सिगरेट, उपभोक्ता वस्तु, होटल, कृषि व्यवसाय, कागज और पैकेजिंग, तथा सूचना प्रौद्योगिकी में उपस्थिति के साथ एक मजबूत व्यावसायिक घराना है।
- इस शेयर में बाजार के भरोसे की मुख्य वजह सिगरेट पर स्थिर कर है, जिससे आईटीसी को चरणबद्ध तरीके से कीमत वृद्धि करने, अवैध व्यापार से मुकाबला करने और बाजार हैसियत सुधारने में मदद मिल रही है।
- यदि मौजूदा प्रदर्शन बरकरार रहा तो इससे अल्पावधि से मध्यावधि के दौरान कंपनी की आय संभावना बढ़ सकती है।
- एसएमसी रिसर्च का कहना है कि अपने मुख्य पोर्टफोलियो को मजबूत बनाने के अलावा, हाल के वर्षों में स्थापित किए गए कंपनी के 25 से ज्यादा मजबूत ब्रांडों को कर्ज मुक्त बनाने से भी वृद्धि के अवसर लगातार बढ़े हैं।
- सिगरेट खंड में मांग और मार्जिन सुधरने, एफएमसीजी में मजबूत बिक्री वृद्धि, हॉस्पटैलिटी सेगमेंट में सुधार, और बेहतर पूंजी आवंटन की वजह से विश्लेषक आईटीसी पर उत्साहित बने हुए हैं। साथ ही आईटीसी का शेयर मूल्यांकन इस क्षेत्र में सस्ता बना हुआ है।
हिंदुस्तान यूनिलीवर
- देश की सबसे बड़ी सूचीबद्ध उपभोक्ता कंपनी ग्रामीण बाजार के सुधार पर दांव है। घटती मुद्रास्फीति, ऊंची कृषि आय, और फसल पैदावार मुख्य कारक हैं।
- उत्पाद पेशकशों, व्यापक वितरण नेटवर्क, विभिन्न श्रेणियों में कंपनी की मौजूदगी, और मजबूत क्रियान्वयन से बाजार भागीदारी बढ़ सकती है, क्योंकि ग्रामीण/शहरी बाजारों में मांग फिर से
बढ़ी है। - डिस्क्रेशनरी श्रेणियों में मजबूत मांग से राजस्व बढ़ने की संभावना है।
- महंगे उत्पादों की खरीदारी में तेजी के रुझान से न सिर्फ राजस्व को मदद मिल रही है बल्कि मजबूत मिश्रण की वजह से इससे मुनाफा भी बढ़ा है।
- सकल मार्जिन में सुधार आने की संभावना है, क्योंकि कच्चे माल की कीमतों में गिरावट आई है।
- इसके अलावा, हिंदुस्तान यूनिलीवर मजबूत मूल्य निर्धारण क्षमता से संपन्न है जिससे उसे अल्पावधि की मुद्रास्फीति चिंताओं का सामना करने में मदद मिल सकती है।
- पोषण जैसे सेगमेंटों से न सिर्फ कंपनी के राजस्व को मदद मिलेगी बल्कि ऊंचे मार्जिन की वजह से मुनाफे में भी सुधार आएगा।
भारतीय स्टेट बैंक
- भारत के सबसे बड़े बैंक ने अपनी सहायक इकाइयों और संयुक्त उपक्रमों के जरिये वित्त क्षेत्र की विभिन्न श्रेणियों और सेगमेंटों में अपनी मौजूदगी बनाई है।
- यह उन कुछ लार्ज-कैप शेयरों में से एक है, जो मजबूत वृद्धि की संभावनाओं के साथ उचित मूल्यांकन पर उपलब्ध है।
- मोतीलाल ओसवाल सिक्योरिटीज को मजबूत खुदरा ऋणों और कॉरपोरेट ऋण में वृद्धि की मदद से बैंक का शुद्ध लाभ 2021-22 और 2023-24 के बीच सालाना 32 प्रतिशत बढ़ने का अनुमान है।
- सरकारी खर्च में तेजी के बाद उपभोक्ता मांग में सुधार और निजी पूंजीगत खर्च में वृद्धि विकास के लिए मुख्य कारक हो सकते हैं। विश्लेषकों का मानना है कि एसबीआई उद्योग दिग्गज होने के नाते इस थीम पर पसंदीदा दांव हो सकता है।
- फ्लोटिंग ऋणों के समावेश से शुद्ध ब्याज आय और संपूर्ण आय को लगातार मदद मिलेगी।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज का कहना है कि ऋण बुक की गुणवत्ता मजबूत दिख रही है, क्योंकि बहीखाते को काफी हद तक साफ-सुथरा बनाया गया है और ऋण वसूली में तेजी आई है।
मारुति सुजूकी इंडिया
- कार निर्माता करीब 44 प्रतिशत भागीदारी के साथ यात्री कार बाजार में प्रख्यात कंपनी है।
- कंपनी लगातार तीसरे वर्ष दो अंक की वृद्धि दर्ज करने और इस क्षेत्र के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद कर रही है।
- खासकर, स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल सेगमेंट में नई पेशकशों से मारुति सुजूकी इंडिया (एमएसआईएल) की वृद्धि और मार्जिन को मदद मिलने की संभावना है।
- आर्थिक सुधार के अलावा, नई पेशकशों और सेमीकंडक्टर किल्लत दूर होने से वृद्धि और निर्यात को मजबूती मिल सकती है। एंट्री-स्तर की कारों के लिए मांग सुधरने से एमएसआईएल को 2023-24 के लिए 23 लाख का लक्ष्य हासिल करने में मदद मिल सकती है।
- मोतीलाल ओसवाल सिक्योरिटीज का मानना है कि पेट्रोल और हाइब्रिड वाहनों पर ध्यान केंद्रित कर कंपनी को बाजार भागीदारी बढ़ाने में मदद मिलेगी। इससे उसे 2021-22 और 2024-25 के बीच सालाना 14 प्रतिशत की बिक्री वृद्धि में मदद मिलेगी।
टाइटन कंपनी
- सबसे बड़ी सूचीबद्ध ज्वैलरी रिटेलर अपना आभूषण राजस्व 2026-27 तक 250 प्रतिशत बढ़ाने की संभावना तलाश रही है, जो 20 प्रतिशत की सालाना राजस्व वृद्धि होगी।
- एक अंक में कमजोर बाजार भागीदारी को देखते हुए कंपनी में अपनी भागीदारी 4 लाख करोड़ रुपये के बाजार में तेजी से बढ़ाने की मजबूत क्षमता है।
- आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज का कहना है कि मजबूत बैलेंस शीट और ऐसेट-लाइट वितरण मॉडल ने टाइटन कंपनी को स्टोर वृद्धि (2022-23 में 35 से ज्यादा तनिष्क स्टोर शामिल किए) के संदर्भ में प्रतिस्पर्धियों को पीछे छोड़ने में सक्षम बनाया है। शादी-विवाह पर ध्यान केंद्रित करने से कंपनी की वृद्धि को मदद मिल रही है, क्योंकि उसकी बाजार भागीदारी तेजी से बढ़ रही है।
- जड़े हुए आभूषण के ज्यादा अनुपात से मार्जिन में सुधार आने की संभावना है।
- घड़ी और चश्मा जैसे अन्य व्यवसाय लगातार तेजी दर्ज कर रहे हैं। मोतीलाल ओसवाल सिक्योरिटीज ने अपनी एक ताजा रिपोर्ट में कहा है कि कंपनी का वियरेबल्स व्यवसाय पूरे वॉच ऐंड वियरेबल्स खंड में सालाना 20 प्रतिशत वृद्धि के लक्ष्य का मुख्य वाहक होगा।
इन्फोसिस
- दूसरी सबसे बड़ी सूचीबद्ध आईटी सेवा कंपनी वैश्विक कंपनियों द्वारा आईटी खर्च से प्रमुख लाभार्थियों में शामिल है।
- नोमुरा का मानना है कि सौदे हासिल करने में लगातार तेजी और 2022-23 की पहली छमाही में नए सौदों में 47 प्रतिशत तक की वृद्धि से कंपनी को अपने प्रतिस्पर्धियों के मुकाबले बढ़त हासिल हुई है।
- एट्रीशन दर समेत आपूर्ति संबंधित समस्याएं बढ़ती दिख रही हैं।
- इस्तेमाल दर में भी तेजी आ रही है, जो काफी हद तक कम लागत के अनुबंधों से जुड़ी हुई है। इससे कंपनी के मार्जिन में सुधार आने का अनुमान है।
- जेफरीज रिसर्च का कहना है कि कंपनी प्रतिस्पर्धियों के मुकाबले कीमत-आय वृद्धि के मानक पर अपनी बढ़त बरकरार रखेगी।
- यह शेयर कैलेंडर वर्ष 2022 में 20 प्रतिशत गिरा है, जिससे वृद्धि को लेकर पैदा हुई चिंता स्पष्ट झलकती है।
लार्सन ऐंड टुब्रो
- एचडीएफसी सिक्योरिटीज का कहना है कि भारत की सबसे बड़ी इंजीनियरिंग एवं निर्माण कंपनी पूंजीगत खर्च चक्र की प्रमुख लाभार्थी बन सकती है, क्योंकि उसे निजी तथा सार्वजनिक क्षेत्रों से निवेश में तेजी का फायदा मिल रहा है।
- वित्त वर्ष 2023 की दूसरी तिमाही में लार्सन ऐंड टुब्रो (एलऐंडटी) ने समूह स्तर पर 51,914 करोड़ रुपये का मजबूत ऑर्डर प्रवाह दर्ज किया, जो सालाना आधार पर 23 प्रतिशत तक अधिक है। वित्त वर्ष 2023 की दूसरी तिमाही में अंतरराष्ट्रीय ऑर्डर 17,341 करोड़ रुपये पर रहे, जिसमें कुल ऑर्डर प्रवाह का 33 प्रतिशत शामिल है।
- एलऐंडटी का बिड-टु-अवार्ड रेशियो 2023 की दूसरी छमाही में और सुधरकर 55 प्रतिशत रहने की संभावना है।
- नोमुरा रिसर्च का कहना है कि ऑर्डर बुक की निर्धारित कीमतों की वजह से कंपनी को जिंस कीमतों में नरमी का भी लाभ मिलने की संभावना है।
- कंपनी गैर-प्रमुख व्यवसायों में अपना निवेश घटाने की संभावना तलाश रही है, जिनमें रोड कंसेशन एवं विद्युत शामिल है और वह हैदराबाद मेट्रो में अपनी हिस्सेदारी कम करने पर जोर दे रही है।
- सूचना प्रौद्योगिकी व्यवसाय को अपनी वित्तीय स्थिति और मूल्यांकन में वृद्धि बरकरार रखनी चाहिए।
रिलायंस इंडस्ट्रीज
- कई ब्रोकरों को 2023-24 देश की इस सबसे बड़ी कंपनी के लिए बाजार पूंजीकरण के लिहाज से मजबूत वर्ष रहने की संभावना है कंपनी ने परिचालन लाभ में 19 प्रतिशत और शुद्ध लाभ में 20 प्रतिशत से ज्यादा की तेजी दर्ज की है।
- जेपीमॉर्गन को आय में सुधार आने की संभावना है, क्योंकि पेट्रो रसायन, अन्वेषण एवं उत्पादन, और रिटेल व्यवसायों में तेजी आई है, भले ही रिफाइनिंग में व्यवसाय स्थिर बना हुआ है और रिलायंस जियो को दर वृद्धि से लाभ मिला है।
- आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज का मानना है कि डिजिटल तंत्र से मूल्य वृद्धि और रिटेल सेगमेंट में मजबूत मुक्त नकदी प्रवाह से कंपनी अपने कर्ज को निचले स्तरों पर बनाए रखने और आगामी अवसरों में निवेश करने में सक्षम होगी।
- विश्लेषकों के अनुसार, त्वरित बदलाव जियो फाइनैंशियल सर्विसेज से दर्ज किया जा सकता है, क्योंकि उसकी प्रमुख उपभोक्ता खंडों रिटेल एवं दूरसंचार की सूचीबद्धता हो सकती है
- ब्रोकर हरित ऊर्जा क्षेत्र में रिलायंस इंडस्ट्रीज की पहलों को लेकर भी उत्साहित हैं, जिससे मध्यावधि में मूल्य बढ़ाने में मदद मिलेगी।